Patna:लॉकडाउन में जिले के फुटकर, सूक्ष्म, कुटीर और लघु उद्योग वालों की कमर टूट गई है. कई के उद्योग-धंधे बंद होने के कगार पहुंच गए. ऐसे में बैंक ने इनके उद्योगों को फिर से खड़ा करने के लिए खजाना खोल दिया है. मार्च से अगस्त तक बैंक की ओर से करीब 30 हजार लोगों को उनकी वर्किंग कैपिटल के अनुसार ऋण मुहैया कराई गई है. 10 हजार से लेकर दो लाख रुपये तक ऋण दिए गए हैं. कुल मिलाकर करीब 65 करोड़ का वितरण किया गया है. साथ ही बैंक बड़े उद्यमियों और व्यवसायियों को अतिरिक्त क्रेडिट लाइन भी उपलब्ध करा रही है.
निर्माण क्षेत्र में 25 लाख तक मिलेगा ऋण
जिला उद्योग केंद्र के प्रबंधक रामशरण राम ने बताया कि लोग प्रधानमंत्री रोजगार सृजन कार्यक्रम के तहत इसका लाभ उठा सकते हैं. इस योजना से निर्माण क्षेत्र में 25 लाख और सेवा क्षेत्र में 10 लाख रुपये तक के ऋण की व्यवस्था है. गैरेज, टेंट हाउस संचालों को भी इसका लाभ मिल रहा है. इसमें न्यूनतम आठवीं पास शैक्षणिक योग्यता होनी चाहिए.
धीरे-धीरे पटरी पर लौट रहा रियल एस्टेट
कंफेडरेशन ऑफ रियल एस्टेट डेवलपर्स एसोसिएशन ऑफ इंडिया (क्रेडाई) के भागलपुर चैप्टर के अध्यक्ष आलोक अग्रवाल ने कहा कि जिले में लॉकडाउन के बाद रियल एस्टेट लौट रहा है. मार्च से पहले 20 के करीब प्रोजेक्ट पर चल रहा था. इसमें बिल्डरों तथा ग्राहकों का लगभग 100 करोड़ रुपये फंस गए हैं. अनलॉक-एक से कुछ रफ्तार पकड़ी है. सरकार को दूसरे राज्यों की तरह निबंधन शुल्क कम करने की जरूरत है, ताकि रियल एस्टेट फिर से लौट सके.
दिए ज रहे टॉप-अप लोन
30 हजार के करीब लोगों के बीच क्रेडिट सुविधा के तहत 65 करोड़ लोन आवंटित किया गया है. वॄकग कैपिटल के 10 फीसदी के बराबर टॉप-अप लोन मुहैया कराया जा रहा है. -मोना कुमारी, लीड बैंक प्रबंधक (यूको) बैंक.