Patna: लंबी दूरी की महत्वपूर्ण ट्रेनों में एक बार फिर एचओ कोटा से बर्थ हड़पने का हाईप्रोफाइल मामला सामने आया है। इस बार रेल राज्य मंत्री का कथित पीए बनकर लंबी दूरी की ट्रेनों में एचओ कोटा से आवंटित बर्थ की हकमारी की बात सामने आई है। रेल राज्यमंत्री के कथित पीए चंदन कुमार की ओर से यह खेल चल रहा था।
मामला सामने आने के बाद रेल राज्य मंत्री सचिवालय से पूर्व मध्य रेलवे समेत देश के अन्य मंडलों से कहा गया है कि कथित पीए के नाम पर बर्थ आवंटित नहीं किए जाएं। चंदन खुद काे रेल राज्य मंत्री का निजी सहायक बताकर मुजफ्फरपुर और गुवाहाटी समेत अन्य स्थानों से खुलने वाली ट्रेनों में एचओ कोटा का बर्थ आरक्षित कराता था। फर्जीवाड़े के बाद रेलवे बोर्ड ने पूरे देश में कथित पीए चंदन के नाम से जारी की गई आरक्षण पर्ची पर एचओ कोटा का आरक्षण रिलीज नहीं करने का निर्देश जारी किया है।
रिक्विजिशन पर लिखा मोस्ट इंपोर्टेंट
एचओ कोटा से आरक्षित करने के लिए भेजे गए इस रिक्विजिशन पर मोस्ट इंपोर्टेंट लिखा गया है। कथित पीए ने अपने नाम के साथ अपना मोबाइल नंबर 99012 57681 भी लिखा है। कथित पीए चंदन ने कोटा से जो आरक्षण पर्ची डीआरएम और जीएम को भेजा है, उस पर्ची में जितने लोगों का नाम दर्ज है, सभी को मरीज बताया गया है।
कई स्थानों से चल रहा था आरक्षण का फर्जीवाड़ा
केस- 1: मुजफ्फरपुर से खुलने वाली ट्रेन संख्या 09040 में चंदन ने 30 अगस्त को बांद्रा टर्मिनल के लिए 4 लोगों का एचओ कोटा से रिक्विजिशन भेजा। इसमें पीएनआर नंबर 6142429 819 है। इसमें अजय कुमार समेत तीन अन्य लोगों का कोटा देने के लिए समस्तीपुर डीआरएम को रिक्विजिशन भेजा गया है।
केस- 2: 30 काे ही ट्रेन संख्या 05645 में गुवाहाटी से लोकमान्य तिलक तक का पीएनआर नंबर 6804276284 पर कोटा देने के लिए आवेदन भेजा गया है। यह रिक्विजिशन एनएफ रेलवे के जीएम को भेजा गया है। इस रिक्विजिशन में बोलोई सोरेन समेत पांच अन्य का बर्थ आरक्षित करने को कहा गया है।
रेल राज्यमंत्री सचिवालय से फर्जीवाड़ा करने की सूचना पूर्व मध्य रेलवे को दी गई है। कथित रूप से रेल राज्य मंत्री का पीए बनकर चंदन नामक व्यक्ति फर्जीवाड़ा कर रहा था। कार्रवाई के लिए अधिकारियों को निर्देश दिया गया है।