Patna: बिहार के छपरा के परसा से राष्ट्रीय जनता दल (RJD) के विधायक चंद्रिका राय (Chandrika Rai) ने पार्टी सुप्रीमो व अपने समधी लालू प्रसाद यादव (Lalu Peasad Yadav) के सबसे बड़े राजनीतिक विरोधी जनता दल यूनाइटेड (JDU) अध्यक्ष व मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (CM Nitish Kumar) का हाथ थाम लिया है। अब वे लालू की लालटेन पर जेडीयू के तीर चलाएंगे।
इसकी शुरुआत उन्होंने अपने दामाद व लालू के बेटे तेज प्रताप यादव (Tej Pratap Yadav) पर हमले के साथ कर दिया। चंद्रिका राय के साथ आरजेडी के विधायक फराज फातमी और जयवर्धन सिंह ने भी जेडीयू की सदस्यता ग्रहण की। मंत्री श्रवण कुमार और विजेंद्र यादव ने उन्हें गुरुवार को पार्टी में शामिल किया। इसके पहले आरजेडी के तीन विधायक जेडीयू में शामिल हो चुके हैं। विधानसभा चुनाव के पहले यह लालू प्रसाद यादव को बड़ा झटका माना जा रहा है।
चंद्रिका ने नीतीश में जताई आस्था, तेज प्रताप पर किया हमला
जेडीयू में शामिल होने के बाद चंद्रिका राय ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के प्रति पूरी आस्था व्यक्त की। यह भी कहा कि उन्हें 15 साल पहले जैसा बिहार मिला था, उसे उन्होंने पूरी तरह बदल दिया है। चंद्रिका राय ने जेडीयू में शामिल होने के बाद अपने दामाद तेज प्रताप यादव पर भी हमला किया। कहा कि लोकसभा चुनाव के दौरान तेज प्रताप ने उनके खिलाफ काम किया था, पार्टी के अधिकृत प्रत्याशी के खिलाफ प्रचार किया था। लेकिन पार्टी विरोधी गतिविधियों के लिए आरजेडी ने कार्रवाई नहीं की।
अब गरीबों की पार्टी नहीं रहा आरजेडी: चंद्रिका राय ने कहा कि आरजेडी अब गरीबों की पार्टी नहीं रही। राज्यसभा में कैसे-कैसे लोगों को तरजीह दी गयी और किस तरह से पुराने कार्यकर्ताओं को किनारे लगा दिया, वह सभी के सामने है।
आरजेडी में हाशिए पर थे चंद्रिका राय: विदित हो कि चंद्रिका राय की बेटी ऐश्वर्या राय (Aishwarya Rai) के साथ लालू यादव के बेटे तेज प्रताप यादव (Tej Pratap Yadav) की शादी छह महीने भी नहीं चली। तेज प्रताप यादव ने ऐश्वर्या के खिलाफ तलाक का मुकदमा दायर कर रखा है। इस कारण दोनों परिवारों के रिश्ते में आई दरार के कारण चंद्रिका राय आरजेडी में हाशिए पर जा चुके थे।
फराज फातमी का सवाल: तेज प्रताप पर क्यों नहीं लेते एक्शन?
जेडीयू में शामिल होने के बाद केवटी के आरजेडी विधायक फराज फातिमी ने कहा कि अल्पसंख्यकों को डराकर वोट लेने की कोशिश अब नहीं चलने वाली। नीतीश कुमार ने समाज के सभी लोगों के लिए काम किया है। उन्होंने कहा कि जब छह माह पहले ही आरजेडी के प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह ने यह टिप्पणी की थी कि मैैं पार्टी में नहीं हूं तो इसके बाद फिर से मुझे निकालने का क्या औचित्य था? एक्शन लेना था तो तेज प्रताप पर क्यों नहीं लिए?
जयवर्धन बोले: आरजेडी में हुए व्यक्तिगत हमले, हाथ लगी निराशा
जेडीयू में शामिल होने के बाद पालीगंज के आरजेडी विधायक जयवर्धन सिंह ने कहा कि उन्हें आरजेडी से निराशा हुई। वहां कोई भी सकारात्मक काम नही हुआ, व्यक्तिगत हमले करवाए गए और शिकायत करने पर सुनवाई नहीं हुई। जयवर्धन सिंह ने कहा कि वे नीतीश कुमार के काम से प्रभावित रहे हैं।
पहले भी जेडीयू के हो चुके आरजेडी के तीन विधायक
आरजेडी ने अपने तीन विधायक महेश्वर यादव(Maheshwar Prasad Yadav), प्रेमा चौधरी (Prema Chaudhary) और फराज़ फातमी (Faraz Fatmi) को पार्टी ने रविवार को निष्कासित (Expelled) कर दिया था। उनमे से महेश्वर यादव एवं प्रेमा चौधरी को सोमवार को विजेंद्र यादव ने सदस्यता दिलाई थी। सोमवार को एक अन्य आरजेडी विधायक ने भी जेडीयू की सदस्यता ली थी, जबकि फराज फातमी गुरुवार को जेडीयू में शामिल हुए।