श्रीकृष्‍ण जन्‍माष्‍टमी आज, जानिए पूजा के शुभ मुहूर्त, मंत्र व व्रत कथा

श्रीकृष्‍ण जन्‍माष्‍टमी आज, जानिए पूजा के शुभ मुहूर्त, मंत्र व व्रत कथा

Patna: भगवान श्रीकृष्ण का जन्मोत्सव मंगलवार को सिद्धि योग में मनाया जाएगा। कोरोना संक्रमण और लॉकडाउन के चलते इस बार जन्माष्टमी पर श्रद्धालुओं को मंदिर में प्रवेश की इजाजत नहीं होगी। मंदिर में केवल पुजारी और प्रबंधन समिति के लोग ही धार्मिक अनुष्ठान पूरे करेंगे। आमजन अपने घरों में भगवान का जन्मोत्सव मनाएंगे। पूजा का शुभ मुहूर्त सुबह 10:16 बजे से विभिन्‍न अंतरालों पर रात 12:47 बजे तक है। हालांकि, साधु-संत और वैष्णव संप्रदाय से जुड़े श्रद्धालु बुधवार को सर्वार्थ सिद्धि व रवि योग के संयुक्त संयोग में कृष्णाष्टमी मनाएंगे।

पटना के आचार्य संजय ने बनारसी और मिथिला पंचांगों के आधार पर बताया कि इस बार 11 अगस्त दिन मंगलवार को मिथिला पंचांग के अनुसार सुबह 6.22 बजे अष्टमी तिथि शुरू होगी, जो 12 अगस्त को सुबह 8.09 बजे तक है। बनारस पंचांग के अनुसार मंगलवार को सुबह छह बजकर 14 मिनट पर अष्टमी तिथि प्रारंभ हो रही है जो अगले दिन बुधवार को 08.01 बजे समाप्त होगी। साधु-संत और वैष्णव संप्रदाय से जुड़े श्रद्धालु बुधवार को सर्वार्थ सिद्धि व रवि योग के संयुक्त संयोग में बुधवार को कृष्णाष्टमी मनाएंगे। भाद्रपद कृष्णपक्ष की अष्टमी तिथि व रोहिणी नक्षत्र में भगवान श्रीविष्णु के आठवें अवतार भगवान श्रीकृष्ण का जन्म हुआ था।

कई मंदिरों में आज मनेगी जन्माष्टमी

मंगलवार को पटना जंक्शन स्थित महावीर मंदिर, बोरिंग कैनाल रोड स्थित द्वारिका मंदिर सहित अन्य मंदिरों में भी भगवान श्रीकृष्ण का जन्मोत्सव मंगलवार की रात ही मनाया जाएगा। द्वारिका मंदिर के आचार्य रूपेश पाठक ने बताया कि जन्माष्टमी के लिए मंदिर को सजाया गया है। मंदिर में रात आठ बजे से भजन-कीर्तन होगा और मध्य रात्रि 12 बजे भगवान का जन्मोत्सव मनाया जाएगा। महावीर मंदिर न्यास के सचिव आचार्य किशोर कुणाल ने बताया कि मंगलवार को मंदिर के पुजारी भगवान का जन्मोत्सव मनाते हुए भजन-कीर्तन करेंगे।

इस्कॉन मंदिर में कृष्ण जन्मोत्सव कल

पटना के इस्कॉन मंदिर में भगवान कृष्ण का जन्मोत्सव बुधवार को मनाया जाएगा। मंदिर में 151 कलश स्थापित कर पूजा-अर्चना होगी। मंदिर के प्रवक्ता नंद गोपाल दास ने बताया कि पूजा में सिर्फ मंदिर के पुजारी और पदाधिकारी ही मौजूद रहेंगे। श्रद्धालुओं का प्रवेश वर्जित रहेगा।

पूजा के शुभ मुहूर्त

गुली काल मुहूर्त : 10:16 बजे से 11:54 बजे तक

अभिजीत मुहूर्त :- दोपहर 11:28 बजे से 12 :20 बजे तक

निशित पूजा मुहूर्त : मध्यरात्रि 12:05 बजे से 12:47 बजे तक

मनोकामना पूर्ति के लिए ये करें अर्पित

धन एवं वंश वृद्धि के लिए- पीत पुष्प में इत्र लगाकर अर्पण करें।

न्यायिक कार्य में सफलता के लिए – हल्दी एवं केसर चढ़ाएं।

स्वास्थ्य संबंधी परेशानी से मुक्ति के लिए – गुड़ से निर्मित खीर व हलवा का भोग लगाएं।

निरोग काया की प्राप्ति के लिए – माखन एवं दूध से बनी वस्तु का भोग लगाएं।

इसका करें पाठ और जाप

पाठ- गोपाल सहस्त्रनाम, विष्णु सहस्त्रनाम

मंत्र- श्रीकृष्ण गोविंद हरे मुरारी, हे नाथ नारायण वासुदेवा, नमो भगवते वासुदेवाय नम:

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