Patna:उत्तर प्रदेश के गोरखपुर जिले में मानव तस्करी का मामला सामने आया है। यहां बिहार के अररिया से दिल्ली भेजे जा रहे 20 नाबालिग बच्चों को गोरखपुर की एंटी ह्यूमन ट्रैफिकिंग यूनिट ने बरामद किया है। इसके अलावा 9 मानव तस्कर भी दबोचे गए हैं। बरामद सभी बच्चे गरीब परिवार से हैं। इनके परिवारों को प्रलोभन देकर बच्चों को बस से दिल्ली ले जाया जा रहा था। बच्चों को चाइल्ड लाइन के सुपुर्द कर दिया गया है। बाल कल्याण समिति के आदेश पर बच्चे उनके परिजनों के हवाले किए जाएंगे।
स्वयंसेवी संस्था की मदद से बरामद हुए बच्चे
एसपी क्राइम अशोक कुमार वर्मा ने बताया कि बचपन बचाओ आंदोलन के स्टेट कोआर्डिनेटर सूर्य प्रताप मिश्रा ने जानकारी दी कि कुछ मानव तस्कर बस के जरिए बिहार से कुछ बच्चों को दिल्ली ले जाने वाले हैं। इस सूचना पर टीम ने खोराबार इलाके के जगदीशपुर माड़ापार कोनी तिराहा पर घेराबंदी कर दी। इस दौरान 9 मानव तस्करों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। पुलिस ने इनके कब्जे से दो बसों से 20 नाबालिग बच्चों को मुक्त कराया है।
19 बच्चों की उम्र 18 साल से कम
20 बच्चों में 19 बच्चे 18 साल से कम हैं। आरोपियों की पहचान बिहार के अररिया जिलो के रहने वाले मोहम्मद हाशिम, मोहम्मद जाहिद, इश्तियाक, शमशाद, मुर्शीद, मारूफ, नूर हसन, शाहिद और हसीब के रूप में हुई है। पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ आईपीसी की धारा 370 (5), 420, 79 किशोर न्याय अधिनियम और 3 सीएलपीआर एक्ट 2016 के तहत मामला दर्ज किया है। एसपी ने कहा कि, ये संगठित अपराध है। इनका गिरोह है। इनसे पूछताछ की जाएगी और ये पता लगाया जाएगा कि इनका संगठित गिरोह कहां तक फैला हुआ है। इसके साथ ही ये कितने बच्चों की तस्करी कर चुके हैं। बच्चों को मूल जनपद भेजने की कार्रवाई की जा रही है।