Desk: देश में पहली बार आजादी के बाद किसी महिला को फां”सी मिलने वाली हैं. Supreme Court ने शबनम की फां’सी की सजा बरकरार रखी हैं. अब सिर्फ डे”थ वारंट का इंतजार हैं.
आपको बता दें कि अमरोहा की रहने वाली शबनम को यूपी के एकलौते मथुरा के महिला फां’सीघर में फां’सी दी जाएगी. इसके लिए तमाम तैयारियां हो चुकि है. शबनम को फां’सी पर मेरठ का पवन जल्लाद चढ़ाएगा. पवन वहीं शख्स है जिसने निर्भया के आरो’पियों को फां’सी पर लटकाया था. पवन जल्लाद दो बार फां’सीघर का निरीक्षण कर चुके हैं. अब उसे सिर्फ फां’सी की तारीख का इंतजार हैं.
दरअसल Supreme Court ने शबनम की फां’सी की सजा बरकरार रखी थी. जिसके बाद उसने अपनी याचिका राष्ट्रपति के पास भेजी लेकिन वहा से भी याचिका खारिज कर दी गई. शबनम के लिए अब सारे रास्ते बंद हो चुके हैं. उसके खिलाफ सरकार से लेकर समाज तक सभी लोगों में काफी आ’क्रोश है. आलम ये हैं कि इस ह”त्याकांड के बाद गांववालों ने अपनी बेटियों का नाम शबनम रखने से भी मना कर दिया हैं.
आपको बता दें कि अप्रैल 2008 में प्रेमी के साथ मिलकर शबनम ने कुल्हाड़ी से अपने सात परिजनों को का”टकर ह”त्या कर दी थी. इस दौरान उसने अपने माता-पिता, तीन भाई, एक मौसेरी बहन और एक आठ माह के भतिजे की बेरहमी से कुल्हाड़ी से का”टकर ह”त्या कर दी थी. ह”त्या का शक उसपर ना जाए इसलिए उसने ही बाद में गांव वालों को जगाया और कहा कि लूटेरे ने परिवार की ह”त्या कर दी. ऐसे में शबनम परिवार में एकलौती बची थी इसलिए सारा शक उसपर ही गया. पुलिस ने तुरंत जांच शुरू की और मोबाइल कॉल हिस्ट्री के जरिए शबनम को ट्रेस कर उसे गि”रफ्तार कर लिया.