Desk: बिहार की उपमुख्यमंत्री और बेतिया से भाजपा विधायक रेणू देवी जब अपने की क्षेत्र के लोगों को जलजमाव की समस्या से नीजात नहीं दिला सकती तो वह राज्य के लोगों की परेशानियों को कैसे दूर करेंगी।
दरअसल इस साल मौनसून शुरु होते ही बेतिया शहर पूरी तरह से पानी पानी हो गया हैं। आलम ऐसा है कि जमजमाव के कारण नाले से निकली कीचड़ वाली गंदगी लोगों के घरों में घुसने लगी है। कई मोहल्ले के घरों और दुकानों में पानी घुसने से लोगों में आक्रोश व्याप्त है। लगातार हो रही भारी बारिश से कई मोहल्ले में जलजमाव की समस्या उत्पन्न हो गई है। लोगों के घर, दुकान और अस्पतालों में पानी घुस गया है। हालात बदतर होते जा रहे हैं। जबकि बेतिया समहरणालय व बेतिया रजिस्ट्री कार्यालय में पानी घुस जाने से काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। बेतिया रजिस्ट्री कार्यालय के अंदर पानी घुसने से कई महत्वपूर्ण पणजी भिंग गया है |
ऐसे में लोग ऊंचे स्थानों पर जाने को मजबूर है। पहली मानसून ने नगर प्रशासन के तमाम दावों की पोल खोलकर रख दी है। इसको लेकर लोगों में नगर प्रशासन के खिलाफ काफी आक्रोश व्याप्त है। साथ ही लोगों ने कहा कि एक तो कोरोना महामारी से परेशान हैं और दूसरी तरफ बारिश ने जीवन को अस्त-व्यस्त कर दिया है।
तो वहीं बिहार में करोड़ों की सफाई संसाधन रहते हुए हर साल सूबे के लोगों को इन्हीं सब परेशानियों का सामना कराना पड़ता हैं। ऐसे में जब कोई इस तरह के मुद्दा को उपमुख्यमंत्री तक पहुंचाता है तो वे उसे नजरअंदाज कर देती है। उन्होंने बेतिया में बढ़े जलजमाव पर बयान दिया कि ये समस्या सिर्फ 2 3 घंटों के लिए ही रहती है लेकिन फिर भी सब काफी परेशान रह जाते हैं। ऐसे में उनके इस बयान से लोगों में आक्रोश देखा जा रहा है। उनका कहना है कि हर साल ये समस्या आती है और हर साल सरकार बस बयान देकर चली जाती है।