Desk: चुनाव आयोग ने देश के 4 राज्यों और एक केंद्र शासित प्रदेश में election की तारीखों का ऐलान कर दिया हैं. ऐसे में तमाम राजनीतिक पार्टी एक्टिव मोड में आ गई हैं. ममता से लेकर मोदी तक हर कोई अपने अपने हिसाब से सीटों के लेकर चिंतित हैं. इसी बीच तेजस्वी यादव भी इस चिंता का हिस्सा बने हुए हैं.
दरअसल बिहार में राजद सबसे बड़ी पार्टी बने के बाद से देश में एक राष्ट्रिय पार्टी के रुप में अपने आप को रखना चाहती हैं. ये काम पहले राजद सुप्रीमो लालू यादव कर रहे थे लेकिन उनके सजायाफ्ता होने के बाद से तेजस्वी ने इस काम का पूरा मोर्चा खुद संभाल लिया हैं. इसी कड़ी में कल तेजस्वी यादव असम पहुंचे. गुवहाटी में असम के काग्रेंस पार्टी के अध्यक्ष रिपुन बोरा से मुलाकात की.
करीब 1 घंटे से उपर की उनकी मुलाकात में असम में होने वाले चुनाव को लेकर कई बातें हुई. जानकारी के अनुसार कही जा रहा है कि तेजस्वी असम में होने वाले चुनाव को लेकर ज्यादा चिंतित नहीं है क्योंकि वहां उनके लिए कांग्रेस और वामदल दोनों ने अपनी बाहे खोल दिए हैं. तेजस्वी को अगर चिंता हैं तो वो है बंगाल कि क्योंकि तृणमूल की तरफ से अभी तक कोई जवाब नहीं आया हैं.
यहीं वजह हैं कि आज यानि रविवार को तेजस्वी यादव ममता से मिलेंगे. हालाकि ये काम पहले तो अब्दुल बारी सिद्दीकी (Abdul Bari Siddiqui) और श्याम रजक (Shyam Rajak) के हवाले थी लेकिन आखरि वक्त पर तेजस्वी ने इसे खुद से करने का फैसला लिया. तेजस्वी ने पहले ही अपनी बातों को साफ करते हुए कह दिया था कि बंगाल में वे सीट बटवारें के पेंस में नहीं फसेंगे. ममता दीदी जो सीटें एलोट करेंगी वे उस में हामी भर देंगे. लेकिन आज होने वाली ममता से उनकी मुलाकात के बाद ही ये पता चल पाएगा कि तेजस्वी को दीदी का आशिर्वाद मिला है या नहीं.