Desk: बिहार की राजनीति में अभी शराबबंदी, तेजस्वी और रामसूरत राय यहीं चल रहा हैं. इन तीन मुद्दों पर मानों बिहार की राजनीति पूरी तरह घिर चूकि हैं. इसी क्रम में अभी अभी एक बड़ी खबर सामने आ रही हैं. जहां तेजस्वी यादव ने विधानसभा में हंगामा करने के बाद वहां से वॉक आउट कर गए है और राजभवन तक पेदल मार्च किया.
दरअसल आज बिहार विधानसभा में चल रहे बजट सत्र के दौरान तेजस्वी यादव ने स्पीकर से कहा कि उनके पास रामसूरत राय के स्कूल में मिले शराब की पूरी सबूत हैं. वे स्पीकर के सामने अपने सबूत रखने कि मांग कर ही रहे थे कि अचानक Depty CM तारकिशोर प्रसाद खड़ा होकर विरोध करने लगे. उनके विरोध में खड़े होते ही दोनों ही पक्ष के विधायक भी अपने अपने नेताओं के समर्थन में खड़े हो गए और हंगामा करने लगे.
ऐसे में जब नेता प्रतिपक्ष को अपनी बात रखने का मौका नहीं दिया गया तो वह गुस्से से आग बबूले हो गए. वह जोर-जोर से कहने लगे कि सरकार बस अपनी मनमानी कर रही हैं. वे ना तो सदन का मान सम्मान कर रहे है ना ही स्पीकर महोदय का. उन्होंने ये भी कहा कि मेनें अपने पूरे जीवन में इतना भय में सरकार को नहीं देखा. ऐसे में जब इन बातों से सदन में हंगामा कंट्रोल से बाहर चला गया तो स्पीकर महोदय को खूद कार्यवाही को स्थगीत कर दिया.
आपको बता दें कि ये पूरा मामला स्कूल में मिली शराब से शुरु हुआ था. दरअसल मुजजफरपूर के वोचहा थाना अंतर्गत एक प्राइवेट स्कूल में शराब बरामद किया गया. जांच हुई तो पता लगा कि ये स्कूल रामसूरत राय का हैं जो अपने भाई के साथ मिलकर चलाते हैं. इस संबंध में रामसूरत राय ने कहा हैं कि ये स्कूल मेरी नहीं हैं, मेरे भाई हंसराज राय की जमीन पर बना हैं. हंसराज ने अपने जमीन को अमरेंद्र कुशवाहा नाम के एक आदमी को लीज पर दिया था. तो वहीं इस बात का पलटवार करते हुए नेता प्रतिपक्ष ने स्कूल के बिजली बिल को अपने पीसी में दिखाया जो कि रामसूरत राय के नाम से हैं. खैर किसकी बात में कितनी सच्चाई हैं ये तो जांच के बाद ही बता चलेगा लेकिन इस मामले को लेकर तेजस्वी ने जिस तरह से घेरा तो सरकार थोड़ी परेशान जरुर नज़र आ रही हैं.