Patna:बिहार में कोई भी अप्रशिक्षित पुलिसकर्मी नहीं रहेगा। किसी कारणवश यदि किसी पुलिसकर्मी की ट्रेनिंग पूरी नहीं हो पाई है तो उसे ट्रेंड किया जाएगा। प्रशिक्षण निदेशालय इसपर काम कर रहा है। अधूरी ट्रेनिंग को कैसे पूरा कराया जाएगा, इसको लेकर जल्द ही रणनीति तय होगी।
4.5 हजार पुलिसकर्मी अनट्रेंड
बिहार पुलिस में करीब 4.5 हजार सिपाही अनट्रेंड हैं। विभिन्न बैच के ये ऐसे सिपाही हैं, जिनकी ट्रेनिंग पूरी नहीं हो पाई है जबकि बैच के अधिकांश पुलिसकर्मी प्रशिक्षण पूरा कर चुके हैं। इसके कई कारण हैं। कुछ विषयों में फेल होने के चलते कइयों की ट्रेनिंग पूरी नहीं हो पाई। वहीं कुछ ऐसे भी हैं जो बीमार होने या किसी अन्य कारण से 270 दिनों का बुनियादी प्रशिक्षण नहीं कर पाए। साढ़े चार हजार सिपाही में 850 वैसे भी हैं जो अनुकंपा के आधार पर पुलिस में बहाल हुए हैं पर इनकी भी ट्रेनिंग पूरी नहीं हुई।
31 मार्च तक प्रशिक्षण पूरा कराने का लक्ष्य
पुलिसकर्मियों की ट्रेनिंग कराना प्रशिक्षण निदेशालय की जिम्मेदारी है। निदेशालय की देखरेख में भी सिपाही व समकक्ष पदों की ट्रेनिंग होती है। अनट्रेंड पुलिसकर्मियों की ट्रेनिंग पूरी कराने के लिए निदेशालय ने सबसे पहले ऐसे पुलिस कर्मियों का डाटा तैयार किया। अब ट्रेनिंग पूरी कराने के लिए नीति निर्धारित की जा रही है। जल्द ही इसको लेकर आला पुलिस अधिकारियों की बैठक होगी और इसे अंतिम रूप दिया जाएगा। प्रशिक्षण निदेशालय ने 31 मार्च तक इसे पूरा कराने का लक्ष्य रखा है।
ड्यूटी कर रहे पर लाभ नहीं मिलेगा
अनट्रेंड पुलिसकर्मी विभिन्न जिला और इकाईयों में ड्यूटी कर रहे हैं। पर आनेवाले समय में उन्हें न तो वित्तीय लाभ मिलेगा ना ही प्रोन्नति होगी। इसलिए इनकी ट्रेनिंग पूरी होनी जरूरी है।
हमारा उद्देश्य सभी पुलिसकर्मियों को प्रशिक्षित करना है। किसी कारणवश जिनका प्रशिक्षण पूरा नहीं हो पाया उनके लिए विशेष ट्रेनिंग प्रोग्राम कराएंगे। इसके लिए नीति निर्धारित की जा रही है। -आलोक राज, डीजी ट्रेनिंग