Desk: सीवान जिले के माई-बाप कहे जाने वाले पूर्व सांसद स्वर्गीय शहाबुद्दीन के पुत्र जल्द ही बिहार की राजनीति में अपना कदम रखने वाले हैं। इस बात की चर्चा तब से तेज होने लगी है जब से उन्होंने महाराजगंज के पूर्व सांसद प्रभुनाथ सिंह से मुलाकात की हैं।
आपको बता दें कि शुक्रवार को ओसामा की प्रभुनाथ सिंह से मुलाकात उनके मशरक स्थित आवास पर हुई. मिली जानकारी के अनुसार दोनों की मुलाकात करीब घंटे भर चली। साथ ही इस मुलाकात में कई मुद्दों पर चर्चा हुई। हालांकि इस संबंध में किसी ने कोई आधिकारिक बयान मीडिया मे नहीं दिया मगर ओसामा की इस मुलाकात को शहाबुद्दीन परिवार के राजद से नाराज होने से जोड़कर देखा जा रहा है। वहीं उनके राजनीति में एंट्री के कयास भी गर्म है।
आपको बता दें कि शहाबुद्दीन तिहाड़ जेल में कोविड पॉजिटिव हो गए थे। एक मई को उनकी दिल्ली में उपचार के दौरान मृत्यु हो गई थी। इसके बाद शहाबुद्दीन के परिवार और राजद से संबंधों को लेकर कई तरह की अटकलें लगनी शुरू हो गई थीं। राजनीतिक हलकों में इस बात की चर्चा तेजी से हो रही थी कि शहाबुद्दीन का परिवार राजद नेतृत्व से नाराज चल रहा है।
इस बात को तब बल मिला, जब पूरे लाव-लश्कर के साथ लालू प्रसाद के बड़े पुत्र तेज प्रताप यादव सिवान ओसामा से मिलने पहुंचे थे। उन्होंने कहा था कि अपने परिवार में आया हूं। इस मुलाकात को शहाबुद्दीन के परिवार की नाराजगी से जोड़कर देखा गया। हालांकि दोनों तरफ से किसी ने कोई आधिकारिक बयान नहीं दिया। पूर्व सांसद प्रभुनाथ सिंह फिलहालअपने भतीजे की शादी में शामिल होने हजारीबाग जेल से आए हैं।
शहाबुद्दीन के पैतृक गांव में उनके 40वें पर भी कई नेताओं ने राजद और तेजस्वी के प्रति खुले आम रोष प्रकट किया था। यहां तक कहा गया कि राजद ने शहाबुद्दीन का यूज सिर्फ वोट बैंक के लिए किया। तेजस्वी के खिलाफ भी लोगों ने नाराजगी जताई थी। कहा था कि दिल्ली में शहाबुद्दीन की मौत के समय तेजस्वी भी वहीं थे, मगर मिट्टी देने भी नहीं आए।