Patna:राजद नेता तेजस्वी यादव ने बिहार सरकार पर पुल-पुलिया के निर्माण के नाम पर हजारों करोड़ रुपए के घोटाले करने का आरोप लगाया है। तेजस्वी ने शनिवार को कहा कि नीतीश सरकार पुल-पुलिया के निर्माण के नाम पर बिहार को लूट रही है। बिना पहुंच पथ के पुल-पुलिया बनाकर निर्माण के नाम पर भ्रष्टाचार किया जा रहा है।
गोपालगंज में 263 करोड़ रुपए और 509 करोड़ रुपए के दो बड़े पुल के एप्रोच रोड के टूटने के बाद फिर किशनगंज में करोड़ों की लागत से निर्माणाधीन पुल टूट गया। समझ नहीं आता कि इस सरकार में लगातार पुल कैसे टूट रहे हैं? पुल बनाना हो या फिर कोई और निर्माण करना सबसे पहले डिजाइन बनवाया जाता है। निर्माण से पहले स्थल का निरीक्षण कर स्वाइल टेस्ट किया गया होगा। उसके बाद पुल के पिलर के फाउंडेशन की गहराई का डिजाइन किया गया होगा। उसके बाद डेक, स्लैब आदि का डिजाइन हुआ होगा। आवागमन को देखते हुए छोटी-बड़ी नदियों के पानी के बहाव के जरूरत के अनुसार ब्रिज का निर्माण होता है। सत्ता पक्ष के किसी भी व्यक्ति को बिना टेक्नीकल जानकारी के टूटे पुल के विषय में नहीं बोलना चाहिए कि नदी में अधिक पानी के कारण पुल क्षतिग्रस्त हुआ है इत्यादि।
ठेकेदार और इंजीनियरों की मिलीभगत से हुआ करोड़ों रुपए का घोटाला
विशेषज्ञों की राय है कि पुल के फाउंडेशन की गहराई जरूरत के अनुसार नहीं थी। बल्कि नदी के तल पर ही हल्की खुदाई की गई और फाउंडेशन का काम पूरा कर दिया गया। इसमें ठेकेदार और इंजीनियरों की मिलीभगत से करोड़ों रुपए का घोटाला किया गया है। क्षतिग्रस्त पुल से स्पष्ट होता है कि पुल के फाउंडेशन का काम तय गुणवत्ता और पैरामीटर के अनुसार नहीं किया गया है। हजारों करोड़ के लगातार टूटते पुलों और सड़कों के घोटालों के लिए भ्रष्ट नीतीश सरकार दोषी है।