Patna: बिहार में कानून-व्यवस्था के मुद्दे पर लगातार घिर रहे मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (CM Nitish Kumar) ने बुधवार को आला अफसरों की मीटिंग ली और अपराध एवं अपराधियों को लेकर सख्ती करने के निर्देश दिए. उन्होंने साफ कहा था कि अपराध नियंत्रण को लेकर तनिक भी लापरवाही और सुस्ती बर्दाश्त नहीं की जाएगी.
साथ ही पुलिस के आला अफसरों को निर्देश दिया कि जिन थाना क्षेत्रों में क्राइम बढ़े हैं, उनकी समीक्षा कर संबंधित अधिकारियों पर कड़ी कार्रवाई करें. सीएम ने पुलिस के बड़े अधिकारियों से यह भी सवाल किाय था कि आखिर आदतन अपराधियों को बेल क्यों मिल जा रही है? लेकिन लगता है कि सीएम नीतीश की बातों का असर उनके ही पुलिस अफसरों पर नहीं हो रहा है. दरअसल मुख्यमंत्री के आदेश की पटना पुलिस ने धज्जियां उड़ाते हुए 50 हज़ार के इनामी कुख्यात अपराधी रवि गोप (Criminal Ravi Goap) की गिरफ्तारी के चार दिनों में बेल हो जाने दिया. अब वह जेल से भी बाहर आ चुका है.
बता दें कि रवि गोप पर हत्या समेत कई संगीन मामले दर्ज हैं और उसे बिहार एसटीएफ ने कड़ी मशक्कत के बाद नौबतपुर से गिरफ्तार किया था. अब सवाल उठ रहा है कि एक कुख्यात को महज चार दिनों में ही बेल मिल जाना पटना पुलिस की लसपरवाही या अपराधी को सहयोग? मामले में पुलिस अधिकारी गोल-मटोल दे रहे जवाब दे रहे हैं. मिली जानकारी के अनुसार पटना पुलिस समय रहते कोर्ट में अपना पक्ष ही नहीं रख सकी जिस कारण उसे बेल मिल गई है. अब वह जेल से बाहर भी आ चुका है. गौरतलब है कि रवि गोप पर दीघा, बुद्धा कॉलोनी, दानापुर थाना क्षेत्र के कई संगीन मामलों में वांछित है और उसे पकड़ने के लिए भी पुलिस ने काफी मुश्किलों का सामना किया था.
बता दें कि पटना के कुख्यात अपराधी रवि गोप को बिहार एसटीएफ (STF) ने पटना पुलिस की मदद से तब जब वह अपनी शादी की तैयारियों में जुटा था. दरअसल 50,000 के इनामी इस अपराधी के तिलक का रस्म पूरा हो चुका था और वह शादी के मंडप में बैठने वाला था तभी मौके पर पहुंची बिहार एसटीएफ और पटना पुलिस की जॉइंट टीम ने इस कुख्यात को धर दबोचा. शादी समारोह में परिवार के सभी लोग मौजूद थे लेकिन वो जब तक समझ पाते तब तक पुलिस की टीम अपराधी रवि को अथमलगोला से लेकर पटना के लिए निकल गई. सरकार ने इस अपराधी को पकड़ने के लिए 50,000 का इनाम भी घोषित कर रखा था. इसकी फरारी की वजह से ही इसके घर की संपत्ति को भी कुर्क की जा चुकी है.