Desk: बिहार सरकार में मंत्रिमंडल विस्तार के बाद मुख्यमंत्री नीतीश कुमार बुधवार की दोपहर 12:30 बजे दिल्ली रवाना हो गए हैं। दो दिन तक वे दिल्ली में रहेंगे। इस दौरान पीएम नरेंद्र मोदी से मुलाकात करेंगे। बिहार में सरकार बनने के बाद पीएम मोदी के साथ सीएम नीतीश कुमार की यह पहली मुलाकात होगी। केंद्र में होने वाले मंत्रिमंडल विस्तार के लिए यह मुलाकात खास है। CM नीतीश कुमार अब केंद्रीय नेतृत्व पर मंत्रिमंडल विस्तार में JDU की आनुपातिक हिस्सेदारी की शर्त को पूरा करने का दबाव बना सकते हैं।
इसलिए भी मंत्रिमंडल विस्तार में हुई थी देरी
बिहार में मंत्रिमंडल विस्तार में हुई देरी की यह भी एक वजह थी। सीएम नीतीश कुमार ने भाजपा के सामने शर्त रखी थी कि केंद्र में मंत्रिमंडल विस्तार में JDU को आनुपातिक हिस्सेदारी मिलनी चाहिए। भाजपा की ओर से हरी झंडी मिलने के बाद ही बिहार में मंत्रिमंडल का विस्तार हुआ। इससे पहले केंद्रीय मंत्रिमंडल के विस्तार में JDU को BJP सांकेतिक अनुपात ही देना चाहती थी। आनुपातिक हिस्सेदारी के मुताबिक JDU को केंद्र सरकार में दो कैबिनेट मंत्री और एक राज्यमंत्री चाहिए।
पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव पर भी चर्चा
इसके अलावा पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव को लेकर भी सीएम नीतीश कुमार की पीएम मोदी के साथ मुलाकात अहम है। पं. बंगाल विधानसभा चुनाव को लेकर जदयू ने वहां सक्रियता बढ़ा दी है। इसको लेकर भी प्रधानमंत्री के सामने प्रस्ताव रखेंगे। वहीं NDA में लोजपा की भूमिका पर भी मुख्यमंत्री खुल कर बात करेंगे। क्योंकि बिहार विधानसभा चुनाव में लोजपा की वजह से जदयू को काफी नुकसान हुआ था।