पटना: कोरोना वायरस की दूसरी लहर कुछ धीमी पड़ी है लेकिन अब कोरोना के कुछ मरीज ऐसे भी मिल रहे हैं जिनमें रिकवर होने के बाद भी लंबे समय तक लक्षण देखे जा रहे हैं। यह लक्षण कुछ हफ्तों तक भी रह सकते हैं और 6 महीने तक भी कुछ मरीजों में देखे जा रहे हैं। इस स्थिति को ‘LONG COVID’ का नाम दिया गया है।
विशेषज्ञों की माने तो ना सिर्फ हमारे देश में बल्कि विदेशों में कई मरीजों में रिकवर होने के 5-6 महीने बाद भी लक्षण देखे गए हैं। जिन मरीजों को कोरोना हुआ, स्थिति गंभीर हुई और अस्पताल में भर्ती करवाने की नौबत आई, ज्यादातर ऐसे मरीजों में ‘LONG COVID’ देखा गया है। सिर्फ गंभीर मरीजों में ही नहीं बल्कि कुछ ऐसे मरीजों में भी इसकी पहचान हुई है, जिन्हें हल्के लक्षण के साथ कोरोना हुआ था और वह होम आइसोलेशन में ठीक हो गए। रिकवर होने के पांच हफ्ते बाद लॉन्ग कोविड में जो सबसे ज्यादा लक्षण देखा गया है, वह है थकान।
एम्स के कोविड एक्सपर्ट डॉ़ नीरज निश्चल बताते हैं कि हाल ही में लॉन्ग कोविड को लेकर विदेश में एक स्टडी हुई है, जिसमें यह पाया गया है कि पांच हफ्ते बाद जिस लक्षण ने सबसे ज्यादा लोगों को परेशान किया, वह थकान है। 11।8 प्रतिशत लोगों में यह लक्षण रिकवर होने के कई दिन बाद तक देखने को मिला।
इसके बाद दूसरा सबसे कॉमन लक्षण था कफ, जो करीब 10।9 प्रतिशत मरीजों में देखने को मिला। इसके बाद 10।1 प्रतिशत लोगों में सिरदर्द, 6।4 प्रतिशत लोगों में स्वाद ना आना, 6।3 प्रतिशत लोगों में सुगंध ना आना, 6।2 प्रतिशत में गले का दर्द, 5।6 प्रतिशत लोगों में सांस लेने में परेशानी जैसे लक्षण महीनों बाद भी देखे जा रहे हैं।
देश में भी कई संस्थानों में लॉन्ग कोविड को लेकर स्टडी की जा रही हैं। उनका कहना है कि उनके पास भी इस तरह के कई मरीज आ रहे हैं, जिन्हें रिकवर होने के कई हफ्तों या 5 से 6 महीने बाद भी कुछ लक्षण हैं। रिकवर होने के बाद भी कुछ लोगों को बुखार आ रहा है जिस वजह से वह डर जाते हैं कि कहीं दोबारा कोविड ना हुआ हो लेकिन यह सभी लॉन्ग कोविड के लक्षण हैं।
एम्स में भी लॉन्ग कोविड के मरीजों को लेकर एक डेटा तैयार किया जा रहा है। डॉ़ निश्चल का कहना है कि यदि किसी भी तरह की परेशानी हो तो अपने डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए ना कि खुद से दवाएं लेनी शुरू कर दें। इससे और ज्यादा नुकसान हो सकता है।
कोविड से रिकवर होने के बाद मेंटल हेल्थ की ओर ध्यान दें
कम से कम 8 घंटे की नींद जरूर लें
स्मोकिंग और अल्कोहल का बिल्कुल सेवन ना करें
कैफीन की मात्रा कम कर दें
आराम करें और भागदौड़ से बचें
सुबह के वक्त कुछ देर एक्सरसाइज जरूर करें
रिकवरी के बाद खाने में इनका करें प्रयोग
बीन्स, दाल, मछली, अंडे, मीट और पनीर। इन सभी चीजों में प्रोटीन, विटामिंस और मिनरल्स भरपूर मात्रा में होते हैं, जिससे जल्दी और अच्छी रिकवरी में मदद मिलती है।