Desk:बिहार में शराबबंदी कानून जैसे-जैसे पुराना पड़ रहा है, तस्करों के नए-नए तरीके सामने आ रहे हैं। बिहार में अब तक तेल टैंकर और दूध टैंकर से शराब की तस्करी का मामला सामने आ चुका है। अब पुलिस ने शौचालय के सेप्टिक टैंक को साफ करने में इस्तेमाल होने वाले टैंक से शराब की बड़ी खेप बरामद की है। शराब तस्कर यह तरीका बेगूसराय में अपना रहे थे। शराब लदे टैंक को ले जा रहे ट्रैक्टर ड्राइवर को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस को अंदेशा है कि यह तरीका और भी जगह अपनाया जा रहा हो।
बेगूसराय जिले की सिंघौल पुलिस ने घर-घर जाकर शौचालय की गंदगी साफ करने वाले टैंक से पहली बार 445 लीटर अंग्रेजी शराब बरामद की। साथ ही इस टैंक को ले जा रहे ट्रैक्टर चालक को गिरफ्तार कर लिया है। इस संबंध में सिंघौल ओपीध्यक्ष दीपक कुमार ने बताया कि ओपी क्षेत्र के डुमरी से गुजर रहे एक टैंक से शराब तस्करी की गुप्त सूचना मिली थी।
सूचना पर डुमरी में छापेमारी कर टैंक को रोक कर तलाशी लेने पर 445 लीटर शराब बरामद होते ही रतनपुर ओपी क्षेत्र के तेलिया पोखर निवासी शंकर पासवान के पुत्र दीपक कुमार को गिरफ्तार कर लिया गया। पूछताछ में उसने शराब आपूर्ति करने वाले तस्कर के संबंध में जानकारी दी है, जिसका सत्यापन किया जा रहा है।
जमीन खोदकर पुलिस ने बरामद की शराब, दो गिरफ्तार
इधर, बक्सर जिले के नावानगर थाना क्षेत्र के अतिमी तथा तुरांवखास गांव की महादलित बस्ती में नावानगर पुलिस ने छापेमारी कर जमीन के अंदर छिपा कर रखी गई शराब जब्त की। बाद में जब्त 12 सौ लीटर शराब को बहा दिया गया और शराब तैयार करने वाले बर्तन को नष्ट कर दिया गया। पुलिस ने छापेमारी के दौरान अजय मुसहर और धरीक्षण मुसहर नामक दो लोगों को गिरफ्तार भी कर लिया।
इसकी पुष्टि करते हुए नावानगर थानाध्यक्ष संजय कुमार ने बताया कि गुप्त सूचना मिली कि अतिमी तथा तुरांवखास गांव में भारी मात्रा में महुआ शराब जमीन के अंदर छिपा कर रखी गई है, जहां से शराब को दूसरे गांवों में भी भेजा जा रहा है। इसके बाद एएसआई गौतम हरिजन सहित सैप बल के जवान तथा डीएपी के जवानों को छापेमारी के लिए भेजा गया।