मांझी ने दी लालू-राबड़ी को शादी की सालगिरह पर बधाई, दिल्ली में ही मनेगी 48वीं सालगिरह

मांझी ने दी लालू-राबड़ी को शादी की सालगिरह पर बधाई, दिल्ली में ही मनेगी 48वीं सालगिरह

पटना: RJD सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव और पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी की आज शादी की सालगिरह है। लालू-राबड़ी की सालगिरह को पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी ने यादगार बना दिया है। मांझी ने ट्वीट करते हुए लालू और राबड़ी को शादी की 48 वीं सालगिरह पर शुभकामनाएं दी हैं। मांझी ने ट्वीट करते हुए लिखा है आरजेडी सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव जी और पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी जी को शादी की 48 वीं सालगिरह की शुभकामनाएं। आप हमेशा स्वस्थ खुशहाल रहकर जनता की सेवा करें ईश्वर से यही कामना है।

दरअसल बहुत कम लोगों को यह मालूम होगा कि लालू-राबड़ी की आज शादी की सालगिरह है। लेकिन जीतन राम मांझी को जैसे ही इसकी याद आई उन्होंने तुरंत ट्वीट करते हुए लालू-राबड़ी को बधाई दे डाली। यह दिलचस्प वाकया है कि बिहार के दो पूर्व मुख्यमंत्रियों की शादी की सालगिरह पर एक अन्य पूर्व मुख्यमंत्री ने बधाई दी। लेकिन मौजूदा मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की तरफ से लालू-राबड़ी को कोई बधाई संदेश नहीं मिला है। जीतन राम मांझी ने अपनी अप्रत्याशित राजनीति से हमेशा सबको चौंकाया है। एक बार फिर जिस तरह मांझी एनडीए से नाराज और लालू के करीब जाते दिख रहे हैं। वह बिहार के सियासी जानकारों को चौंका रहा है।

चारा घोटाला मामले में सजायाफ्ता लालू प्रसाद यादव इस वक्त जमानत पर बाहर हैं। लालू 2017 के बाद पहली बार अपनी सालगिरह के मौके पर राबड़ी देवी के साथ हैं। लालू और राबड़ी दोनों इस वक्त दिल्ली में अपनी बेटी मीसा भारती के आवास पर हैं। और लालू यादव वहीं रहकर अपनी सेहत का इलाज करा रहे हैं। जीतन राम मांझी के इस बधाई को सियासी जानकार अपने नजरिए से समझने की कोशिश कर रहे हैं। लेकिन मांझी ने जिस तरह लालू और राबड़ी को बधाई देते हुए जनता की सेवा करने की कामना की है इसके कई सियासी मायने निकाले जा रहे हैं।

आपको ये भी बता दें कि आरजेडी सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव का जन्मदिन इसी महीने हैं। 11 जून को अपने जन्मदिन के मौके पर उम्मीद है कि लालू यादव दिल्ली में ही रहेंगे। दरअसल लालू प्रसाद कई बीमारियों से पीड़ित हैं। और ऐसे में उनके बेटे तेजस्वी यादव, पत्नी राबड़ी देवी और बेटी मीसा भारती यह नहीं चाहती कि लालू कोरोनाकाल में किसी संक्रमण का सामना करें। पटना में लालू यादव के होने पर पार्टी के नेताओं और कार्यकर्ताओं की भीड़ 10 सर्कुलर आवास पहुंच सकती है। और यहां किसी तरह की बंदिश लगाना मुश्किल होगी ऐसे में परिवार के लोगों ने यह फैसला लिया है कि फिलहाल लालू दिल्ली में ही रहे।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *