Desk: कोरोना की दूसरी लहर से सीख लेते हुए बिहार सरकार ने तैयारी शुरु कर दी है। स्वास्थ्य विभाग ने तीसरी लहर से पहले विभिन्न पदों पर करीब 30 हजार नियुक्तियां करने का फैसला ले लिया है। इसके लिए विभाग के मंत्री व अपर मुख्य सचिव सहित तमाम उच्चाधिकारियों के साथ बैठक चल रही हैं।
दरअसल कोरोना की दूसरी लहर के दौरान बिहार में रेंग रहे स्वास्थ्य व्यवस्था की पोल खोल के रख दी है। ना तो कहीं सुविधाओं से लेस अस्पताल है ना ही अस्पतालों में डॉक्टर। सब कुछ भगवान भरोसा है। ऐसे में इन्हीं सब बातों तो ध्यान में रखते हुए बिहार सरकार लगातार स्वास्थ्य व्यवस्था को सुधारने में लगे हुआ है। यहीं वजह है कि स्वास्थ्य व्यवस्था को अब ये बात समझ आ गई है कि उन्हें अस्पतालों को और बेहतर बनाने के लिए मानव बल की आवश्यकता है।
इसलिए बिहार के स्वास्थ्य विभाग ने राज्य में 6 हजार 338 विशेषज्ञ एवं सामान्य चिकित्सक, 3270 आयुष चिकित्सक, जीएनएम (एनएचएम)- 4671 एवं एएनएम (एनएचएम)- 9233 की नियुक्ति 15 सितंबर 2021 तक कर लेने का निर्णय लिया है। साथ ही अन्य विभिन्न पदों पर लगभग 7 हजार नियुक्ति की प्रक्रिया का बिहार तकनीकी सेवा आयोग के माध्यम से पूरा करने का निर्देश दिया गया है।
आपको बता दें कि मंगलवार को स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय ने विभाग द्वारा इन पदों पर नियुक्ति प्रक्रिया शुरू करने की जानकारी दी है। साथ ही स्वास्थ्य मंत्री ने ये जानकारी दी कि कोरोना की संभावित तीसरी लहर से बचाव के लिए राज्य के अस्पतालों में ऑक्सीजन की पर्याप्त उपलब्धता हेतु विभिन्न संयंत्र, उपकरण एवं ऑक्सीजन जेनरेशन प्लांट लगाने का निर्देश अधिकारियों को दिया गया है। इसके तहत सभी सीएचसी, रेफरल अस्पताल एवं पीएचसी पर 2-2 ऑक्सीजन कंसंट्रेटर एवं सभी अनुमंडलीय अस्पताल में 2-2 बाइपैप मशीन इस माह के अंदर भेजे जाएंगे। साथ ही, 54 अनुमंडल एवं जिला अस्पतालों में पीएसए प्लांट एवं सभी मेडिकल कॉलेज सह अस्पतालों में ऑक्सीजन टैंक अगले तीन महीने में लगाना सुनिश्चित करने का भी निर्देश दिया गया है।