Desk: बिहार में अब व्हाइट फंगस के मामले चिंता बढ़ा रहे हैं। पटना मेडिकल कॉलेज हॉस्पिटल (पीएमसीएच) में भर्ती कोरोना के चार मरीजों में व्हाइट फंगस की पुष्टि हुई है।कोरोना वायरस पूरे देश में कहर बरपाया हुआ है। संक्रमितों में अन्य बीमारियों के लक्षण नजर आ रहे हैं जिससे डॉक्टरों और मरीजों की परेशानियां बढ़ रही हैं। वायरस से उबर चुके कई मरीजों में ब्लैक फंगस की पुष्टि हुई है।
पीएमसीएच के माइक्रोबायोलॉजी डिपार्टमेंट के अध्यक्ष डॉक्टर एसएन सिंह ने कोरोना मरीजों में व्हाइट फंगस मिलने की पुष्टि की है। यह फंगस मरीजों की स्किन को नुकसान पहुंचा रहा है। इसकी देरी से पहचान होने पर जान का भी खतरा रहता है। डॉ. एसएन सिंह ने कोविड और पोस्ट कोविड मरीजों में व्हाइट फंगस को गंभीरता से लेने की अपील की है।
बिहार में कल मिले थे ब्लैक फंगस के 34 नए मरीज
ब्लैक फंगस म्यूकरमाइकोसिस के कुल 34 नए मरीज बुधवार को पटना के बड़े सरकारी अस्पतालों में जांच कराने पहुंचे। इनमें से 24 लक्षण वाले मरीज एम्स की ओपीडी में जबकि नौ आईजीआईएमएस में और एक पीएमसीएच में पहुंचे। एम्स में पहुंचे 24 में से सात को इलाज के लिए भर्ती कर लिया गया। अन्य को दवा देकर जांच कराने की सलाह दी गई है। वहीं, आईजीआईएमएस में आए सभी नौ लोगों को ब्लैक फंगस यूनिट में भर्ती किया गया। पीएमसीएच में पहुंचे एकमात्र मरीज को एम्स में ऑपरेशन कराने की सलाह दी गई।
दिल्ली में मिले ब्लैक फंगस के 185 मामले
राजधानी दिल्ली को कोरोना के बाद अब म्यूकोरमाइकोसिस (ब्लैक फंगस) का कहर बरपा रहा है। राजधानी ब्लैक फंगस से पीड़ित मरीजों की संख्या लगातार बढ़ रही है। दिल्ली के अलग-अलग अस्पतालों में 200 से अधिक मरीज इलाज करा रहे हैं। दिल्ली एम्स में ही लगभग 80 मरीज ब्लैक फंगस का इलाज करा रहे हैं। वहीं सर गंगाराम अस्पताल में 40 मरीज भर्ती हैं, जबकि 16 अन्य बेड की प्रतीक्षा में हैं। मैक्स अस्पताल में 25 मरीज और सरिता विहार स्थित अपोलो अस्पताल में 10 से अधिक मरीज, बीएल कपूर अस्पताल में पांच से अधिक मरीज हैं। आकाश अस्पताल में भी 10 मरीज भर्ती हैं।