Patna: बिहार में बुधवार को कोरोना संक्रमितों की संख्या 20 हजार को पार कर गयी. जहां शुरूआती 10 हजार केस आने में 102 दिन लगे थे लेकिन फिर सिर्फ 14 दिनों में 10 हजार मामले और सामने आ गये. बिहार में कोरोना संक्रमितों की संख्या 20173 हो गयी है.चिंताजनक बात ये भी है कि रिकवरी रेट लगातार कम होता जा रहा है. ये हाल तब है जब देश में आबादी के हिसाब से सबसे कम जांच बिहार में हो रही है.
बिहार में कोरोना के सबसे कम टेस्ट
बिहार में प्रति दस लाख की आबादी पर सिर्फ 2637 कोरोना टेस्ट हुए हैं. ये देश के किसी भी राज्य से कम है. केंद्र सरकार ने भी कल माना था कि बिहार में विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) द्वारा तय किये गये पैमाने से काफी कम संख्या में जांच हो रही है. 12 करोड़ की आबादी वाले बिहार में सिर्फ 3 लाख 37 हजार टेस्ट हुए हैं.
खौफनाक गति से बढ़ रहे मरीज
बिहार में कोरोना का पहला केस 21 मार्च को सामने आया था. मुंगेर के एक मरीज की मौत के बाद उसके कोरोना पॉजिटिव होने की जानकारी मिली थी. इसके 102 दिन बाद यानि एक जुलाई को सूबे में कोरोना संक्रमित मरीजों की तादाद 10 हजार के पार पहुंचा. लेकिन अगले 14 दिनों में ही दस हजार मरीज और बढ गये. सूबे में अब तक कोरोना के कारण 157 जान जा चुकी है. आंकड़े बताते हैं कि राज्य में कोरोना से मौत का ग्राफ भी तेजी से बढ़ रहा है. पिछले दो हफ्ते में औसतन हर दिन कोरोना से 6 मरीजों की जान गई है. हालांकि, कोरोना से जिन लोगों की मौत हुई है उनमें ज्यादातर मरीज दूसरे गंभीर बीमारी से भी पीड़ित थे.
लगातार कम हो रहा है रिकवरी रेट
कोरोना के शुरूआती दौर में बिहार में रिकवरी रेट 78.5 फीसदी तक पहुंच गया था. लेकिन फिर ताबड़तोड गति से कोरोना के मरीज मिलने लगे और ठीक होने वालों की संख्या लगातार कम होती जा रही है. इसके कारण रिकवरी रेट में गिरावट होने लगी है. 17 दिन में बिहार का रिकवरी रेट 11 फीसदी गिर गया है. बिहार का रिकवरी रेट 67 प्रतिशत हो गया है. यह राष्ट्रीय औसत से चार फीसदी ज्यादा है. लेकिन विशेषज्ञ कह रहे हैं कि ये आंकडा इसलिए है क्योंकि बिहार में टेस्ट कम हुए हैं. अगर टेस्ट की संख्या बढ़ायी गयी तो रिकवरी रेट में और गिरावट होगा.
हर 10 सैंपल में एक केस पॉजिटिव
वैसे बिहार में अब तक कुल मिलाकर 3 लाख 37 हजार 212 सैंपल की जांच हुई है. इसमें 20173 लोग पॉजिटिव पाये गये हैं. स्वास्थ्य विभाग के मुताबिक शुरूआती दौर में हर 50 जांच में से एक केस पॉजिटिव मिल रहा था. लेकिन पिछले 14 दिनों की बात करें तो इस दौरान 1 लाख 8 हजार 523 सैंपल की जांच हुई और 10 हजार से ज्यादा केस मिले. यानि हर 10 सैंपल में एक केस पॉजिटिव आ रहा है. इसका मतलब यही है कि बिहार में कोरोना संक्रमित मरीजों की तादाद लगातार बढती जा रही है.