Desk: आज से 10 साल पहले बिहार में एक ऐसे शख्स ने कदम रखा था जो आज भी दुनिया के सबसे अमीर लोग में गिना जाता हैं. वे जब यहां आए थे तब उन्होंने पटना से सटे दानापुर के दलित बस्ती में जाकर बिहार की गरीबी स्तर का ज्याजा लिया था. इस दौरान उन्होंने एक छोटी बच्ची को गोद में लेकर फोटा भी खिचवाया था और बड़ी-बड़ी बातें कहीं थीं. लेकिन किसने सोचा था कि उनके वादें भी बिहार के नेताओं के वादों के समान होंगे.
हम बात कर रहे हैं Bill Gates की. जो अपनी धर्म पत्नी के साथ 23 मार्च 2011 को यहां आए थे. यहां उन्होंने रुंती देवी की बेटी रानी को गोद में लेकर खुब खेलाया था. इस दौरान उन्होंने बिहार में स्वास्थ्य की स्थिती सुधारने को लेकर बिहार सरकार और Bill Gates Foundation के बीच एक समझौता किया था. जहां इस समझौते के अंतर्गत कुपोषण, शिशु मृत्यु दर, मातृ मृत्यु दर आदि कम करने को लेकर काम करना था.
आज जब इस बात को 11 साल हो चुके हैं. रानी के परिवार को ना फांउडेशन से कोई पैसा मिला ना ही सरकार से. आज हाल ऐसा है कि रानी का भाई बीमार है और इलाज के पैसे नहीं है. बातचीत के दौरान अपना दुख बयान करते हुए रानी के पिता ने कहा कि क्या कहे साहब ! हमारे पास खाने के तो पैसे ही नहीं है, इलाज की रकम कहां से लाए ? . तो वहीं रानी की मां रुंती देवी अपनी जर्जर मकान का कमरा दिखाते हुए कहती है कि इस कभी भी गिरने वाले मकान में हमारा पूरा परिवार रहता हैं. सरकार द्वारा हमे इंदिरा आवास तो मिला लेकिन इसकी खस्ता हालत देख कर लगता है कि ये कभी भी टूट सकता हैं.
आपको बता दें कि रानी की मां रुंती कभी गांव में नैपकिन पैड बनाने वाले कॉपनी में काम करतीं थीं. जिससे घर चलाने के लिए कुछ पैसे मिल जाते थे. लेकिन अब वह बंद हो चुका है. ऐसे में रोजगार का कोई सहारा नहीं है. आज भले ही Bill Gates के पास कुबेर से भी ज्यादा संपती हो लेकिन उन्होंने अपने वादों को ना पूरा करके एक गरीब परिवार का आर्शिवाद जरुर खो दिया.