DESK:बिहार में विधानसभा की सबसे हॉट सीटों में से एक बेगूसराय का बछवारा विधानसभा क्षेत्र (Bachwara Assembly Constituency of Begusarai) एक बार फिर चर्चा में है. खास बात यह है कि बछवारा विधानसभा सीट पर अब पर अब तक एनडीए (NDA) ने अपना खाता नहीं खोला है, लेकिन चुनाव नजदीक आते ही उम्मीदवारों की एक लंबी लाइन ने पार्टी के वरीय पदाधिकारियों को भी असमंजस में डाल रखा है. जबकि अभी तक एनडीए में यह भी निश्चित नहीं हुआ है कि आखिर यह विधानसभा सीट एनडीए के किस घटक दल के पास होगा. दूसरी तरफ यहां के विधायक रामदेव राय (Ramdev Rai) के असामयिक निधन के बाद तो जैसे एनडीए ने इस सीट पर कब्जा करने के लिए तमाम तोड़-जोड़ शुरू कर दी है.
दरअसल बछवारा विधानसभा की सीट सभी चुनाव में एक हॉट सीट बनकर उभरी थी. जिस वक्त 2010 के विधानसभा चुनाव में एनडीए की लहर थी तब एकमात्र बछवारा विधानसभा सीट से ही भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी के उम्मीदवार अवधेश राय ने जीत हासिल की थी. देखा जाए तो अब तक बछवारा विधानसभा सीट से 6 बार कांग्रेस के प्रत्याशियों ने, चार बार भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी के प्रत्याशियों ने, दो बार भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के प्रत्याशियों ने, एक बार राजद, एक बार सोशलिस्ट पार्टी एवं एक बार निर्दलीय उम्मीदवार ने अपनी जीत दर्ज की है.
अब जबकि कांग्रेस ने लगभग अपना पत्ता साफ कर रखा है कि विजयी उम्मीदवार का न तो उम्मीदवारी खत्म की जाएगी और ना ही उन्हें किसी दूसरी विधानसभा का टिकट दिया जाएगा. विजयी उम्मीदवार वर्तमान सीट से ही चुनाव लड़ेंगे. लेकिन, पिछले दिनों बछवारा के वर्तमान विधायक रामदेव राय के असामयिक निधन के बाद एनडीए में भी रस्साकशी का दौर शुरू हो गया है.
यहां देखने वाली बात है कि बछवारा विधानसभा क्षेत्र से 5 बार विजयी रह चुके रामदेव राय के पुत्र शिव प्रकाश गरीबदास को पार्टी ने कांग्रेस पार्टी से उम्मीदवार बनाना तय किया है तो वहीं एनडीए में सिर्फ भाजपा से ही सुधीर कुमार राय मुन्ना, अमिय कश्यप, बासुकी शर्मा, प्रभाकर कुमार राय, प्रेम शंकर राय सहित दर्जनों कार्यकर्ताओं ने एवं नेताओं ने अपनी उम्मीदवारी के लिए पार्टी कार्यालय से लगातार संपर्क में हैं. वहीं, लोजपा से विनय कुमार सिंह एवं पूर्व जिला परिषद अध्यक्ष इंदिरा देवी अपना अपना दावा ठोक रही हैं.
बछवारा विधानसभा क्षेत्र को हॉट सीट माना जा रहा है.
एक तरफ जहां सुधीर कुमार राय मुन्ना अपने आप को जमीन से जुड़ा नेता बताते हुए अपनी दावेदारी पुख्ता करने की फिराक में हैं तो वहीं प्रभाकर कुमार राय, प्रेम शंकर राय, बासुकी शर्मा, बलराम सिंह भी अपने आप को पार्टी के समर्पित कार्यकर्ता बताते हुए टिकट की दावेदारी पेश कर रहे हैं. हालांकि पिछले दिनों सोशल मीडिया पर यह भी चर्चा हुई थी कि जेएनयू के पूर्व छात्रसंघ अध्यक्ष कन्हैया कुमार भी बछवारा से अपनी उम्मीदवारी दे सकते हैं. लेकिन, भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी के महागठबंधन में शामिल होने के बाद अब महागठबंधन से दिवंगत विधायक रामदेव राय के पुत्र गरीब दास का ही रास्ता साफ नजर आ रहा है. बछवारा विधानसभा क्षेत्र से एनडीए के आंकड़ों पर गौर करें तो एनडीए की हार की वजह भी खुद इनके बागी उम्मीदवार रहे हैं. ऐसे में यह देखना होगा कि एनडीए बछवारा सीट को किस घटक दल के जिम्मे देती है. साथ ही ये भी कि क्या यहां से स्थानीय या बाहरी प्रत्याशी का मुद्दा भी एक बड़ा मुद्दा बनकर सामने आ सकता है.