Patna: बिहार विधानसभा चुनाव से पहले ही सीटों को लेकर महागठबंधन में घमासान शुरू हो गया है. आरजेडी (RJD)पर दबाव बनाने के लिए घटक दलों ने अपना काम शुरू कर दिया है. जहां कांग्रेस ने पहले आरजेडी पर ज्यादा सीटे देने का दावा किया तो वहीं अब अन्य सहयोगी जीतन राम मांझी और उपेन्द्र कुशवाहा ने भी आरजेडी पर दबाव बनाने के लिए गोलबंदी शुरू कर दी है. ऐसे में देर रात मांझी ने अपने आवास पर गुप्त बैठक बुलाई जिसकी जानकारी न तो अपनी ही पार्टी के अन्य नेताओं को दी और न ही किसी अन्य को.
दरअसल शुक्रवार की देर रात जीतन राम मांझी के आवास पर सहयोगियों की बैठक हुई जिसमे रालोसपा अध्यक्ष उपेन्द्र कुशवाहा और वीआईपी पार्टी के अध्यक्ष मुकेश सहनी मौजूद रहे. बैठक खत्म होने के बाद सभी नेता कैमरा से चेहरा बचाते हुए बिना कुछ बोले निकल गए. मांझी आवास पर देर रात लगभग 2 घंटे चली इस बैठक में आरजेडी पर दबाव बनाने की रणनीति बनी.
सूत्रों की मानें तो इस बैठक में आरजेडी को घेरने की और ज्यादा सीटें देने के लिए कैसे दबाव बनाया जाए इन बातों पर चर्चा हुई. सूत्रों की मानें तो इस गुप्त बैठक को अप्रत्यक्ष रूप से कांग्रेस का भी समर्थन हासिल था.
जीतन राम मांझी ने अन्य सहयोगियों के साथ आरजेडी के खिलाफ गोलबंदी शुरू कर दी है. इस गोलबंदी में कांग्रेस को साथ लेकर चलने की कवायद है. मांझी ने कांग्रेस के ज्यादा सीटों की मांग को जायज बताते हुए अपनी रणनीति के खुलासा कर दिया है।जीतन राम मांझी ने कहा कि कांग्रेस ज्यादा सीट पर चुनाव लड़ने का माद्दा रखती है इसलिए कांग्रेस के हर मांग के साथ खड़ा हूं.
जीतन राम मांझी के आवास पर हुए बैठक के बार बनी रणनीति के मुताबिक मांझी और उपेन्द्र कुशवाहा जल्द दिल्ली पहुंचकर कांग्रेस के आलाकमान से मुलाकात कर सकते हैं. माना जा रहा है कि इस बार सीट बंटवारे को लेकर पिछले लोकसभा की तरह फजीहत नही उठाना चाहती. इसलिए सहयोगियों के साथ मिलकर चौतरफा दबाव बनाना चाहती है.