Patna: मुजफ्फरपुर में 72 करोड़ की लागत से देश का पहला एक सौ बेड के पीकू (शिशु गहन चिकित्सा यूनिट) एवं 60 बेडों का इंसेफ्लाइटिस वार्ड बनकर तैयार हो गया है. चमकी बुखार (एइएस) एवं जापानी इंसेफ्लाइटिस (जेइ) से पीड़ित रोगियों के लिए SKMCH में इसका उद्घाटन शनिवार को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार करेंगे. इसके साथ ही वहीं से 515 करो ड़ की लागत से बनने वाले झंझारपुर राजकीय चिकित्सा महाविद्यालय एवं अस्पताल, मधुबनी के भवन निर्माण कार्य का शिलान्यास होगा.
साथ ही 27.10 करोड़ की लागत से एसकेएमसीएच, मुजफ्फरपुर अस्पताल का जीर्णोद्धार एवं उन्नयन कार्य का कार्यारंभ और 13.42 करोड़ की लागत से निर्मित मुजफ्फरपुर सदर अस्पताल में 100 शैया वाले मातृ शिशु अस्पताल भवन का उद्घाटन भी किया जायेगा. इस समारोह में उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी सहित अन्य लोग उपस्थित रहेंगे. स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय ने इसकी जानकारी दी.
16 को करेंगे सत्तर घाट पुल और लखीसराय बाइपास रोड का उद्घाटन : मुख्यमंत्री नीतीश कुमार 16 जून को गंडक नदी पर बने सत्तर घाट पुल और लखीसराय बाइपास रोड का उद्घाटन करेंगे. साथ ही सासाराम के उत्तरी बाइपास के निर्माण के पहले चरण की परियोजना का शिलान्यास करेंगे. साथ ही लखीसराय बाइपास रोड बनने से लखीसराय शहर को जाम की समस्या से मुक्ति मिल जायेगी. यह जानकारी राज्य के पथ निर्माण मंत्री नंद किशोर यादव ने गुरुवार को दी.
मंत्री नंद किशोर यादव ने बताया कि गंडक नदी पर बना सत्तरघाट पुल सारण और तिरहुत प्रमंडल को आपस में जोड़ेगा. करीब 263.47 करोड़ रुपये की लागत से 1440 किमी लंबे पुल का निर्माण बिहार राज्य पुल निर्माण निगम ने किया है. यह पुल गंडक नदी पर बैकुंठपुर से चकिया को जोड़ेगा. इससे सीवान, छपरा व गोपालगंज होते हुए नेशनल हाइवे–28 के जरिये उत्तर बिहार के अधिकतर जिलों का संपर्क हो सकेगा. इस पुल का शिलान्यास मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने 20 अप्रैल, 2012 और जनवरी, 2019 में एरियल सर्वे किया था.
नंद किशोर यादव ने बताया कि 146.3107 करोड़ रुपये की लागत से लखीसराय में बाइपास में स्थित दोनों रेलवे लाइन पर आरओबी का निर्माण किया गया है. इसकी कुल लंबाई 6.593 किमी है. इसी प्रकार रोहतास जिले के सासाराम शहर के उत्तरी बाइपास के निर्माण की 122.39 करोड़ रुपये की पहले चरण की परियोजना का शिलान्यास 16 जून को ही मुख्यमंत्री नीतीश कुमार करेंगे. यह सड़क दो लेन चौड़ा होगा.
इसके अंतर्गत रेल लाइन पर आरओबी के अलावा स्टेट हाइवे 17 और 12 पर वीयूपी (व्हीकल अंडर पास) का निर्माण किया जायेगा. इसके बन जाने से सासाराम शहर के पश्चिमी से उत्तरी इलाके को सीधी संपर्कता मिल जायेगी. साथ ही आरा से बनारस जाने के लिए सासाराम शहर में प्रवेश करने की आवश्यकता नहीं पड़ेगी.