Desk: पटना के हाई प्रोफाइल रुपेश मर्डर केस के बाद बिहार की सियासत गरमाई हुई है. हालांकि पटना पुलिस ने मामले का खुलासा कर दिया है लेकिन फिर भी पुलिस के दावे को ना तो परिवार मानने को तैयार है और ना ही नीतीश कुमार के विरोधी. आज लोजपा अध्यक्ष चिराग पासवान पटना एयरपोर्ट पहुंचे और पहुंचते के साथ ही उन्होंने नीतीश सरकार पर निशाना साधा. चिराग ने एक बार फिर सीएम नीतीश कुमार के सामने रूपेश हत्याकांड की सीबीआई जांच कराने की मांग रखी.
इतना ही नहीं उन्होंने सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि जिस तरह से बिहार में लगातार हत्याएं हो रहीं हैं, अगर उस हिसाब से देखा जाए तो हर बिहारी को अपना जीवन बीमा जरूर करवा लेना चाहिए. क्योंकि इस बात की कोई गारंटी नहीं है कि अब किसकी हत्या हो जाए.
चिराग पासवान ने कहा कि नीतीश कुमार ने चुनाव के समय यह वादा किया था कि अगर किसी भी दलित परिवार में किसी की हत्या होती है तो उसे नौकरी दी जाएगी. इसको लेकर अब चिराग पासवान ने कहा कि मैंने उस समय भी इस फैसले को लेकर ऐतराज जताया था और मैंने कहा था कि अगर यह फैसला होता है तो कहीं ना कहीं क्राइम बढ़ेगा और हालात इस वक्त ऐसे हैं कि प्रतिदिन किसी न किसी की हत्या हो रही है. इसके साथ ही चिराग ने कहा कि अगर आप हत्या नहीं रोक सकते तो कम से कम उन लोगों को रोजगार ही दें, जिन लोगों से अपने वादा किया था अगर आप अपने वादों को जुमला साबित नहीं होना दे चाहते तो.
आपको बता दें कि इसके पहले भी चिराग पासवान ने मुख्यमंत्री नीतीश को पत्र लिखकर रुपेश हत्याकांड मामले में सीबीआई जांच की गुहार लगाई थी. चिराग ने लिखा था कि हत्याकांड की जांच पटना पुलिस ने की और अब इसे रोडवेज का मामला बताकर केस बंद किया जा रहा है. बिहार पुलिस की जांच से परिवार के सदस्य संतुष्ट नहीं है. रुपेश के बड़े भाई वर्षों से जेडीयू के नेता रहे हैं. परिवार के सभी सदस्य आपसे न्याय की उम्मीद करते हुए स्वर्गीय रूपेश सिंह हत्याकांड की सीबीआई जांच कराना चाहते हैं.
एलजेपी अध्यक्ष ने नीतीश कुमार को याद दिलाया है कि उस वक्त मुख्यमंत्री ने भरोसा दिया था कि सीबीआई जांच की सिफारिश करना तभी संभव है, जब परिवार का कोई सदस्य इसका आग्रह करें. व्यक्तिगत तौर पर मुझसे संपर्क करके, मीडिया के माध्यम से और सरकारी अधिकारियों से निवेदन कर परिवार ने सीबीआई जांच की मांग की है. स्वर्गीय रूपेश सिंह के परिवार को लगता है कि मामले को गलत दिशा देकर किसी बड़े व्यक्ति को बचाने की कोशिश की जा रही है. इसलिए सरकार अविलंब इस मामले में सीबीआई जांच की सिफारिश करें.