Patna: CM नीतीश कुमार के नेतृत्व में 2005 से बन रही एनडीए (राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन) सरकार के शपथ ग्रहण के मौके पर पूर्व उप मुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी की मौजूदगी अनिवार्य रही है। पर इस बार के शपथ ग्रहण समारोह में यह पहला मौका था जब सुशील मोदी शपथ नहीं ले रहे थे। वह नीतीश कुमार के नेतृत्व वाली एनडीए सरकार में लगातार उप मुख्यमंत्री रहे। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से जब इस बारे में पूछा गया तो उन्होंने साफ-साफ कहा कि स्वाभाविक है मैैं सुशील मोदी को मिस करूंगा।
सुशील मोदी केवल कार्यकर्ता नहीं रह पाएंगे
भाजपा के बिहार प्रभारी व महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फड़णवीस ने सुशील मोदी को इस बार अवसर नहीं मिलने के संबंध में पूछे जाने पर कहा कि राजनीति में पीढिय़ां बदलती हैं। नए लोग आते हैं। भाजपा की यह पद्धति रही है। उन्हेंं इस बात की अपेक्षा है कि सुशील मोदी को और अच्छा काम मिलेगा। बिहार में उन्होंने काफी अच्छा काम किया है। सुशील मोदी ने रविवार को यह ट्वीट किया था कि उनके कार्यकर्ता पद को कोई छीन नहीं सकता। इस ट्वीट के बारे में पूछे जाने पर श्री फड़णवीस ने कहा कि सुशील जी जैसे लोग केवल कार्यकर्ता नहीं रह पाएंगे। उन्हेें उम्मीद है कि उन्हेंं कोई बड़ा दायित्व मिलेगा। पुराने लोगों को मंत्रिमंडल में जगह नहीं मिलने के प्रश्न पर उन्होंने कहा कि नयी पीढ़ी को आगे बढ़ाना जरूरी है। इसका मतलब यह नहींं कि पुराने लोगों में क्षमता नहीं है।
शपथ ग्रहण समारोह में पहुंचे थे सुशील मोदी
सुशील मोदी शपथ ग्रहण समारोह में आए थे। शपथ ग्रहण शुरू होने से पहले वह आए और सीधे उन लोगों के पास पहुंच गए जो मंत्री पद की शपथ लेने वाले थे। रेणु देवी ने तो पैर छूकर उनका आशीर्वाद लिया। अभिवादन के बाद पीछे की कतार में जाकर बैठ गए सुशील मोदी।