Patna:बिहार में में विधानसभा चुनाव से पहले पटना मेट्रो का शिलान्यास तय हो गया है। पटना मेट्रो प्रायोरिटी कॉरिडोर (राजेंद्रनगर स्टेशन से आईएसबीटी : कॉरिडोर नंबर-2) में पैकेज-1 (मलाही पकड़ी से आईएसबीटी, दूरी-6.1 किलोमीटर) तक के टेंडर में एनसीसी ने बाजी मारी है। 553 करोड़ रुपए में पांच स्टेशन और डिपो से जोड़ने वाला एलिवेटेड स्ट्रक्चर बनेगा। फाइनेंसियल और टेक्निकल मूल्यांकन में एनसीसी ने सैम इंडिया, एसपी सिंगला और जीआर इंफ्रा प्रोजेक्ट्स लिमिटेड को पछाड़ यह काम लिया है। 30 महीने में इस पैकेज के तहत पांच स्टेशन मलाही पकड़ी, खेमनीचक, भूतनाथ, जीरोमाइल, न्यू आईएसबीटी स्टेशन और उनके एलिवेटेड रैंप और वायडक्ट का डिजाइन बनाना है और निर्माण करना है। मेट्रो लाइन को डिपो से जोड़ने वाला एलिवेटेड स्ट्रक्चर भी इसी पैकेज में बनाना है।
पैकेज-2 के तहत क्वालिटी बिल्डकॉन 143 करोड़ में डिपो बिल्डिंग, वर्कशॉप, और इंस्पेक्शन शेड बनाएगा। आईएसबीटी डिपो निर्माण के टेंडर में सात निर्माण एजेंसियों ने रुचि दिखाई थी जिनमें यूआरसी कंस्ट्रक्शन, सैम इंडिया, डीआरएआईपीएल, लिशा इंजीनियर्स, पीनेक्स स्टील, क्वालिटी बिल्डकॉन और वाईएफसी प्रोजेक्टस शामिल थीं। इस पैकेज में डिपो बिल्डिंग, वर्कशॉप, इंस्पेक्शन शेड समेत मेंटेनेंस के लिए आवश्यक सभी निर्माण शामिल हैं। मालूम हो कि पटना मेट्रो के दोनों कॉरिडोरों को मिलाकर उनकी देखभाल के लिए एक ही डिपो बनना है।
कुल 30.91 किलोमीटर लंबे पटना मेट्रो प्रोजेक्ट में राजेन्द्रनगर स्टेशन से आईएसबीटी
कॉरीडोर नंबर-2 की लंबाई 14.5 किलोमीटर है। इसमें 8वें से 14वें किलोमीटर के बीच इस पैकेज के तहत पांच स्टेशन का निर्माण किया जा रहा है। खेमनीचक दोनों कॉरिडोर का इंटर चेंज स्टेशन बन रहा है। डिपो के लिए आईएसबीटी से पूरब 76 एकड़ जमीन का अधिग्रहण होगा। पटना मेट्रो रेल कॉरपोरेशन ने इसके लिए जिला प्रशासन को प्रस्ताव भेजा है। लॉकडाउन की वजह से अधिग्रहण का कार्य बाधित हाे गया था।