Desk: सगाई की अंगूठी अगर कोई इंसान भूल से खो दे तो उसके ऊपर क्या गुजरती होगी यह वही जानता है. ऐसा ही कुछ बिहार के पूर्णिया जिले के जिलाधिकारी राहुल कुमार के साथ हुआ है. नए साल की शुरुआत में ही डीएम ने अपनी सगाई की अंगूठी खो दी. हालांकि, अंगूठी खो देने की बेचैनी राहुल कुमार के लिए केवल कुछ घंटों ही रही, क्योंकि रविवार की सुबह ही उन्हें वह अंगूठी वापस मिल गई है.
नए साल के आगाज के साथ ही डीएम 2 जनवरी के दिन दिल्ली के केएफसी में खाना खाने गए हुए थे. केएफसी से राहुल कुमार जैसे ही निकले तो उन्हें रात में इस बात का एहसास हुआ कि उन्होंने अपनी अंगूठी कहीं खो दी है, क्योंकि सगाई की अंगूठी उनकी उंगली में थी ही नहीं.
फिर क्या था, डीएम साहब की पूरी रात बेचैनी में गुजरी, मगर रविवार के दिन उनकी ये बेचैनी तब दूर हो गई, जब उसी केएफसी की मैनेजर ने उनकी अंगूठी उन्हें वापस लौटा दी. केएफसी में ही भूलवश उनसे वह अंगूठी गिर गई थी.अंगूठी वापस मिलने की खुशी ऐसी थी कि उन्होंने अपनी ये कहानी ट्विटर के जरिए अपने चाहने वालों के साथ शेयर की है. राहुल कुमार ने लिखा है कि नए साल की शुरूआत उनके लिए एक सकारात्मक कहानी के साथ हुई है.
राहुल कुमार ने ट्विटर पर लिखा है कि कल वह दिल्ली के कनॉट प्लेस में स्थित केएफसी में खाना खाने गए थे और सगाई की अंगूठी वहीं गिर गई. अपनी खुशी का इजहार करते हुए राहुल कुमार ने लिखा है कि आज उसी केएफसी की मैनेजर सुमन ने उनकी यह अंगूठी उनके दोस्त गौरव को वापस लौटा दी है. राहुल कुमार ने केएफसी की मैनेजर की ईमानदारी की तारीफ करते हुए ट्विटर पर लिखा “ईमानदारी के लिए पूरे अंक”. ये ट्वीट आप यहां भी पढ़ सकते हैं.