Patna: राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव आज दिल्ली भेजे जा सकते हैं। उनकी तबीयत लगातार बिगड़ रही है। शुक्रवार की देर रात भी उनकी हालत अचानक खराब हो गई। डॉ उमेश प्रसाद की टीम ने तुरंत ब्लड प्रेशर, ब्लड शुगर लेवल की जांच की। दवाई देने के आधे घंटे के बाद वे थोड़े स्टेबल हुए। बिहार से आने के बाद पत्नी राबड़ी देवी, तेजस्वी यादव और तेज प्रताप यादव लालू प्रसाद से मिलने पेइंग वार्ड पहुंचे। बेटी मीसा भारती और दामाद दोपहर से ही राजद सुप्रीमो की सेवा में जुटे रहे। तेजस्वी यादव ने लालू की हालत सीरियस बताते हुए कहा कि लालू बहुत तकलीफ में हैं। उन्हें बेहतर इलाज की जरूरत है। जांच रिपोर्ट आने के बाद डॉक्टर से परामर्श कर उन्हें एम्स, दिल्ली ले जा सकते हैं। शनिवार को तेजस्वी इस बारे में झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन से भी मुलाकात करेंगे।
इधर, करीब छह घंटे मुलाकात के बाद पूरा परिवार रात 12:40 बजे एक साथ बाहर निकला। निकलने के बाद तेजस्वी यादव ने कहा कि लालू प्रसाद के लंग्स में पानी जम गया है। वे निमोनिया से पीड़ित है। ऐसे में कोरोना का भी संदेह था, जिसकी रिपोर्ट नेगेटिव आयी है। लालू प्रसाद की कई जांच की गई है जिसका रिपोर्ट आना फिलहाल बाकी है। सभी रिपोर्ट आने के बाद डॉक्टरों द्वारा बताए गए निर्देश के बाद परिवार यह निर्णय लेगा कि उन्हें बेहतर इलाज के लिए बाहर भेजा जाए।
जांच रिपोर्ट आने के बाद बाहर ले जाने पर निर्णय : तेजेस्वी
तेजस्वी ने कहा कि जब तक पिता की पूरी जांच रिपोर्ट नहीं आ जाती है तब तक वह रांची में ही रहेंगे। तेजस्वी ने कहा कि लालू प्रसाद पहले से भी कई तरह की बीमारी से पीड़ित हैं। उनका क्रिएटिनिन लेवल लगातार बढ़ता जा रहा है। किडनी मात्र 25% ही काम कर रही है। ऐसे में निश्चित तौर पर उन्हें और बेहतर इलाज की जरूरत है। उन्होंने पिता को बेहतर इलाज के लिए बाहर ले जाने के संकेत दिए है।
लालू के लंग्स में पानी, निमोनिया से पीड़ित
रात 12:45 बजे लालू प्रसाद से मुलाकात कर पेइंग वार्ड से बाहर निकले तेजस्वी ने कहा कि उनके पिता लालू प्रसाद पहले से भी कई तरह की बीमारियों से पीड़ित हैं। चिकित्सकों की सलाह के आधार पर बेहतर इलाज के लिए बाहर ले जाने पर निर्णय करेंगे। फिलहाल लालू के चेहरे में सूजन बढ़ गया है। शरीर में भी पहले से गिरावट आई है। उनका क्रिएटिनिन लेवल लगातार बढ़ रहा है।
पिता के चेहरे में सूजन, शरीर में आयी गिरावट
तेजस्वी यादव ने मीडिया से बातचीत के क्रम में कहा कि पिता के चेहरे में काफी सूजन आई है। शरीर में भी गिरावट है। बिहार चुनाव के बाद जब वे पिता से मिलने आए थे उस वक्त और अब में काफी फर्क है। लालू प्रसाद पहले से काफी ज्यादा कमजोर हो गए है। उन्होंने कहा कि चिकित्सक से उनके स्वास्थ्य की सारी जानकारी मिली है। शनिवार को वे फिर पेइंग वार्ड पहुंच पिता से मुलाकात करेंगे।
परिजन की सहमति का इंतजार, हां करते ही लालू हो सकते है एम्स रेफर
इधर, अस्पताल सूत्रों की मानें तो चिकित्सको ने उनके परिवार के सदस्यों को स्वास्थ्य की वर्तमान स्थिति से अवगत कराया है। अस्पताल प्रबंधन उन्हें एम्स शिफ्ट करने को लेकर पूरी तरह तैयार है। सिर्फ परिवार के सदस्यों की सहमति का इंतजार है। उनकी सहमति मिलते ही उन्हें एम्स रेफर कर दिया जाएगा। संभावना जताई जा रही है कि शनिवार को ही उन्हें एम्स भेजा जा सकता है। रिम्स निदेशक की सहमति से तेजेस्वी और तेजप्रताप को परिवार के अन्य सदस्यों के निर्णय लेने के लिए रात भर का समय दिया गया है। बताते चले कि एम्स में अधिक सुविधाएं उपलब्ध है। वहां राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव का इलाज विशेषज्ञ चिकित्सकों की देखरेख में हो सकेगा।
तीन घंटे बातचीत के बाद रात 10 बजे साथ खाया खाना, 12:40 बजे सभी निकले एक साथ
मिली जानकारी के अनुसार, पेइंग वार्ड पहुंचते ही राबड़ी देवी पूरी तरह भावुक हो गई। लालू के कमरे में जाने से पहले ही उनके आंखो में आंसू थे। कमरे के भीतर जाकर परिवार के सदस्यों ने घंटो आपस में बातचीत की। इसी बीच लालू प्रसाद की तबीयत भी बिगड़ गई थी। करीब तीन घंटे बातचीत के बाद परिवार के पांचों सदस्यों ने एक साथ खाना खाया। सूत्र ने बताया कि स्वास्थ्य को लेकर चिंतित तेजेस्वी यादव कई बार कमरे से बाहर निकलकर हॉल में टहलकर काफी देर फोन पर बात करते रहे।
लालू प्रसाद यादव की तबीयत और बिगड़ गई है। शुक्रवार रात को फिर से उनकी हालत गंभीर हो गई। इसके बाद लालू को देखने डॉ उमेश प्रसाद पहुंचे। पेइंग वार्ड में लालू के साथ मौजूद परिवार के सदस्य राबड़ी देवी, तेजस्वी यादव, तेज प्रताप यादव और मीसा भारती डॉक्टरों से उन्हें बेहतर इलाज के लिए दिल्ली भेजे जाने की बात कर रहे हैं। परिवार की सहमति के बाद लालू को बेहतर इलाज के लिए दिल्ली भेजा जाएगा। लालू परिवार अभी उनकी तबीयत को देखते हुए डॉक्टरों से जरूरी चर्चा कर रहा है। अभी सभी पेइंग वार्ड में ही हैं। अभी लालू के साथ पत्नी राबड़ी देवी, बेटे तेजस्वी यादव और तेज प्रताप यादव व बेटी मीसा भारती मौजूद हैं।
राजद अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव की तबीयत में शुक्रवार को भी ज्यादा सुधार नहीं दिखा। आज दिनभर जहां रिम्स अस्पताल, रांची में उनकी जांच होती रही, वहीं उनके बिगड़ते स्वास्थ्य को लेकर चिंतित पत्नी राबड़ी देवी, बेटे तेजप्रताप व तेजस्वी यादव और बेटी मीसा भारती उनसे मिलने चार्टर्ड प्लेन से रांची पहुंचे। फिलहाल चिकित्सकों ने लालू की हालत स्थिर बताई है। उनके फेफड़े में संक्रमण और निमोनिया की आशंका को देखते हुए शुक्रवार को कई जरूरी जांच कराई गई। उन्हें सांस लेने में परेशानी है, जबकि चेहरे में सूजन है। लालू प्रसाद को पेइंग वार्ड से हेल्थ मैप लेकर उनकी हाई रेजॉल्यूशन सीटी स्कैन (एचआर सीटी) और अल्ट्रासाउंड जांच की गई। देर शाम तक इसकी रिपोर्ट नहीं आई थी। रिपोर्ट आने के बाद ही यह पता चल सकेगा कि लालू के फेफड़े में संक्रमण है या नहीं।
रिम्स ने जारी की हेल्थ बुलेटिन
रिम्स प्रबंधन ने जांच के बाद लालू प्रसाद का हेल्थ बुलेटिन जारी किया है। इसके अनुसार उनकी ईको जांच की रिपोर्ट पहले की तरह है। वहीं कोविड रिपोर्ट निगेटिव आई है। एक्सरे में लेफ्ट लोअर न्यूमोनिक पैच (इंफेक्शन) देखने को मिला है। एचआर सीटी की रिपोर्ट व अल्ट्रासाउंड की रिपोर्ट शनिवार को आने की संभावना है। वहीं लालू प्रसाद की स्थिति स्थिर बनी हुई है।
जांच के दौरान साथ रहीं मीसा, शाम में दोनों बेटों संग पहुंचीं राबड़ी देवी
लालू प्रसाद की बिगड़ती तबीयत ने परिजनों की चिंता बढ़ा दी है। पिता से मिलने जहां लालू की बड़ी बेटी मीसा भारती दोपहर एक बजे ही रिम्स पहुंच गई थीं, वहीं शाम 6:30 बजे चार्टर्ड प्लेन से राबड़ी देवी, तेजप्रताप और तेजस्वी यादव भी रांची पहुंचे। रिम्स के पेइंग वार्ड में सबने लालू प्रसाद से मुलाकात कर उनका हालचाल पूछा। रिम्स के चिकित्सा अधीक्षक डा. विवेक कश्यप और डा. उमेश प्रसाद भी जांच के दौरान लालू प्रसाद के साथ ही हेल्थ मैप में मौजूद रहे। लालू की बेटी मीसा भारती भी पिता की जांच के दौरान भी रिम्स में दिनभर उनके साथ रहीं। हालांकि पूछे जाने पर उन्होंने पिता के स्वास्थ्य के संबंध में कुछ कहने से मना कर दिया।
बेहतर इलाज के लिए एम्स भेजे जा सकते हैं लालू
दिनभर इस बात को लेकर भी चर्चा होती रही कि लालू को अब बेहतर इलाज के लिए रिम्स से एम्स ले जाया जा सकता है। रिम्स के चिकित्सा अधीक्षक डा. विवेक कश्यप ने कहा कि वैसे तो लालू प्रसाद की सेहत में पहले से सुधार है। फिर भी अगर परिजन बेहतर इलाज के लिए बाहर ले जाना चाहेंगे तो इस पर विचार किया जा सकता है। इधर, लालू के स्वास्थ्य को लेकर राजद नेताओं-कार्यकर्ताओं की भी चिंता बढ़ गई है। दिन भर पेइंग वार्ड के बाहर राजद के कार्यकर्ता जमे रहे। बिहार से भी कई बड़े नेता रिम्स पहुंचे थे।
ढाई साल से रिम्स में इलाजरत हैं लालू प्रसाद
चारा घोटाला मामले में सजायाफ्ता लालू प्रसाद ढाई साल से रिम्स के पेइंग वार्ड में भर्ती हैैं। इस बीच कई बार उनकी तबीयत बिगड़ी है। वह बीपी, शुगर और किडनी से संबंधित बीमारियों समेत 16 तरह की बीमारियों से जूझ रहे हैैं।
रांची एयरपोर्ट से बाहर निकलते तेजस्वी यादव, राबड़ी देवी और तेजप्रताप यादव। लालू के गंभीर रूप से बीमार होने के बाद लालू परिवार उनसे मिलने पहुंचा है।
दोपहर में मीसा और शाम में चार्टर्ड प्लेन से पहुंचे राबड़ी, तेजस्वी, और तेजप्रताप
रांची के रिम्स में भर्ती राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव गंभीर रूप से बीमार हो गए हैं। सांस लेने में परेशानी और फेफड़े में संक्रमण व निमोनिया की शिकायत के बाद डॉक्टरों ने उन्हें गहन निगरानी में रखा है। आज लालू की बेटी मीसा भारती सबसे पहले अपने पिता से मिलने पहुंची। वो दिनभर लालू की सेवा में जुटी रहीं। अभी लालू प्रसाद यादव की पत्नी बिहार की पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी, छोटे बेटे तेजस्वी यादव और बड़े बेटे तेज प्रताप यादव उनसे मिलने रिम्स के पेइंग वार्ड पहुंचे हैं। औपचारिक सुरक्षा जांच के बाद लालू परिवार को पेइंग वार्ड में इंट्री दी गई है। जहां वे राजद प्रमुख की देखभाल कर रहे हैं।
रिम्स में दिनभर चली लालू की जांच, मिलने पहुंचा पूरा परिवार
इधर बीमारी के क्रम में लालू यादव की शुक्रवार को जरूरी जांच की गई। रिम्स के डॉक्टर लालू की बीमारी को लेकर एम्स, दिल्ली के विशेषज्ञों के साथ लगातार संपर्क में हैं। रिम्स में नर्सों की टोली उनकी अच्छे तरीके से देखरेख कर रही है। इधर झारखंड से बिहार तक राजद के नेता-कार्यकर्ता अपने चहेते राजनेता लालू के जल्द स्वस्थ होने की कामना कर रहे हैं।
रिम्स के पेइंग वार्ड में भर्ती चारा घोटाला के सजायाफ्ता लालू प्रसाद यादव की गुरुवार शाम 7 बजे अचानक तबीयत बिगड़ गई थी। सांस लेने में दिक्कत के बाद आनन-फानन में रिम्स के डॉक्टरों की पूरी टीम उनके इलाज में जुट गई। इको, इसीजी, चेस्ट एक्स-रे के बाद आज एचआरसीटी जांच कराई गई। रिम्स की ओर से जारी किए गए लालू की मेडिकल बुलेटिन में कहा गया है कि उनकी सेहत स्थिर है। फेफड़े में संक्रमण और निमोनिया से वे पीड़ित हैं। यहां उनका सभी जरूरी उपचार किया जा रहा है।
रिम्स के डॉक्टर एम्स के विशेषज्ञों के संपर्क में
रिम्स में इलाजरत लालू प्रसाद यादव की तकलीफ अगर आने वाले दिनों में बढ़ती है, तो उन्हें विशेष इलाज के लिए एम्स, दिल्ली भेजा जा सकता है। हालांकि अभी रिम्स के डॉक्टर एम्स के विशेषज्ञों के संपर्क में हैं। एम्स ने लालू के इलाज को सही बताया है। झारखंड हाई कोर्ट ने पहले ही बिरसा मुंडा जेल प्रशासन को लालू का बेहतर इलाज कराने का निर्देश दे रखा है।
लालू के जेल मैनुअल उल्लंघन का मामला: हाई कोर्ट ने जेल आइजी से मांगी रिपोर्ट
चारा घोटाला मामले में सजा काट रहे राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद के जेल मैनुअल उल्लंघन के मामले में शुक्रवार को झारखंड हाई कोर्ट में सुनवाई हुई। जस्टिस अपरेश कुमार सिंह की अदालत ने कारा महानिरीक्षक को जेल से बाहर इलाज कराने वाले कैदियों के लिए संशोधित एसओपी (नियम- प्रावधान) के संबंध में जानकारी मांगी है। साथ ही अदालत ने रिम्स से लालू प्रसाद की मेडिकल रिपोर्ट मांगी है। अब इस मामले में पांच फरवरी को सुनवाई होगी। सुनवाई के दौरान सरकार की ओर से जेल के बाहर इलाज करा रहे कैदियों की सुरक्षा के बारे में जानकारी देते हुए कहा गया कि जेल मैनुअल में जेल से बाहर इलाज कराने पर कैदियों को क्या-क्या सुविधा मिलेगी। इसको लेकर कोई जिक्र नहीं है। ऐसे में एक एसओपी बनाई जा रही है। इसमें जो भी अभिरक्षा प्रभारी होंगे, उन्हें रजिस्टर मेंटेन करना होगा।
सुनवाई के दौरान सरकार ने कहा, संशोधित एसओपी गृह विभाग भेजा गया
इस पर कोर्ट ने कहा कि अभी सुरक्षा की क्या व्यवस्था है। इस पर जेल प्रशासन की ओर से बताया गया कि रिम्स में अभी तीन शिफ्ट में सुरक्षाकर्मी तैनात रहते हैं। विधि व्यवस्था बनाए रखने के लिए एक मजिस्ट्रेट की नियुक्ति भी की गई है। इस पर कोर्ट ने सवाल किया कि मजिस्ट्रेट की नियुक्ति क्यों की गई है। इससे प्रतीत होता है कि लालू प्रसाद के समर्थक अस्पताल परिसर में जमा होते हैं। इस पर अपर महाधिवक्ता आशुतोष आनंद ने कहा कि भीड़ नहीं होती है। अस्पताल परिसर में यदि कोई अप्रिय स्थिति उत्पन्न हो जाए तो उससे निपटने के लिए मजिस्ट्रेट को प्रतिनियुक्त किया गया है।
अदालत ने जेल आइजी की ओर से दाखिल रिपोर्ट पर कोर्ट ने कहा कि एसओपी में यह स्पष्ट नहीं है कि सुरक्षा जांच के निरीक्षण के लिए पुलिस के कोई वरीय अधिकारी जाएंगे या नहीं। इसका प्रावधान क्यों नहीं किया गया है। बाहर से भोजन लाने और मुलाकात करने वालों के बारे में भी स्पष्ट जानकारी एसओपी में नहीं दी गई है। अदालत ने कहा कि कोई भी एसओपी किसी खास व्यक्ति के लिए नहीं बननी चाहिए। एसओपी के प्रावधान सभी पर लागू होंगे, इसलिए उसी अनुसार एसओपी बनाई जाए। इस पर जेल प्रशासन की ओर से कहा गया कि प्रावधानों को और स्पष्ट कर संशोधित एसओपी तैयार की गई है, जिसे गृह विभाग के पास मंजूरी के लिए भेजा गया है। इसके लिए उसे दो सप्ताह का समय चाहिए।
रिम्स को मेडिकल रिपोर्ट देने के लिए कोर्ट ने भेजा रिमाइंडर
सुनवाई के दौरान अदालत ने कहा कि रिम्स प्रशासन की ओर से लालू प्रसाद की मेडिकल रिपोर्ट पेश नहीं की गई है। जबकि अदालत ने रिम्स को लालू की रिपोर्ट दाखिल करने का आदेश दिया था। अदालत ने इसके लिए रिम्स को रिमाइंडर भेजने का निर्देश दिया। अदालत ने सुनवाई की तिथि पांच फरवरी निर्धारित करते हुए जेल आइजी, रिम्स को जवाब दाखिल करने का निर्देश देते हुए सुनवाई स्थगित कर दी। बता दें कि हाई कोर्ट ने जेल मैनुअल उल्लंघन के मामले में स्वत: संज्ञान लेते हुए जेल आइजी और रिम्स प्रबंधन से जवाब मांगा था।