Patna: मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने सोमवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से आग्रह किया कि पूर्वांचल एक्सप्रेस के नाम से दिल्ली से गाजीपुर के बीच बनी आठ लेन की सड़क को बक्सर से जोड़ दिया जाए। जिस जगह से इस सड़क को बिहार से जोडऩे की वह बात कह रहे वहां से बक्सर की दूरी मात्र सोलह किमी है। अगर यह हो जाता है तो बिहार को लखनऊ और दिल्ली के लिए एक वैकल्पिक मार्ग मिल जाएगा।
मुख्यमंत्री ने प्रधानमंत्री से यह भी आग्रह किया कि इंडो-नेपाल सीमा पर अभी जो सात मीटर चौड़ी सड़क बन रही है उसे फोर लेन किया जाए। इससे बहुत लाभ होगा। वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से एनएच की नौ परियोजनाओं के शिलान्यास व गांव तक फाइबर पहुंचाने की योजना का प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा किए कार्यारंभ को ले आयोजित कार्यक्रम में मुख्यमंत्री ने यह बात कही। मुख्यमंत्री ने कहा कि वह प्रधानमंत्री को धन्यवाद देते हैैं कि बिहार के लिए उन्होंने पुन: समय निकाला। पचास हजार करोड़ से अधिक राशि का पैकेज सड़क का है। इसी तरह से आज 44 हजार, 595 गांवों को आप्टिकल फाइबर से जोड़ा जाएगा। आज के युग में इसका विशेष महत्व है।
2017 में किए आग्रह को पूरा किया
मुख्यमंत्री ने कहा कि चौदह अक्टूबर 2017 को उन्होंने प्रधानमंत्री से मोकामा में आयोजित कार्यक्रम में ही विक्रमशिला सेतु के समानांतर नए पुल का अनुरोध किया था। इसे स्वीकार कर लिया गया। बख्तियारपुर-रजौली सड़क पटना से रांची के बीच की मुख्य सड़क है। इसे फोर लेन में विकसित किया जाना जरूरी था। आरा-मोहनिया सड़क की फोरलेनिंग पीपीपी मोड में राज्य सरकार द्वारा करायी जानी थी पर इसे बाद में केंद्र को वापस कर दिया गया। गांधी सेतु के समानांतर नए फोर लेन पुल का भी शिलान्यास हो रहा। कोसी नदी पर फुलौत पुल भी जरूरी था। पटना में रिंग रोड की शुरूआत हो रही है। इसके लिए जमीन का अधिग्रहण किया हुआ है। जुलाई में गांधी सेतु की एक लेन के उद्घाटन के समय मैंने मुजफ्फरपुर-बरौनी, खगडिय़ा-पूर्णिया, मुजफ्फरपुर-सीतामढ़ी-सोनबरसा तथा मोकामा-लखीसराय- मुंगेर सड़क की फोरलेनिंग की बात कही थी। इसे भी केेंद्र सरकार ने स्वीकार कर लिया हैै।
हर सड़क किनारे चल रहा पौधारोपण
मुख्यमंत्री ने प्रधानमंत्री को यह भी जानकारी दी कि दो महीने के अंदर बिहार में 3.47 करोड़ पौधारोपण हुआ है। जो भी सड़क हम बना रहे हैं उसके दोनों किनारे पौधारोपण करा रहे।