Patna: उत्तर प्रदेश के बलरामपुर (Balrampur) में सड़क पर अधेड़ के शव (Deadbody) के साथ पुलिस (Police) की उपस्थिति में संवेदनहीनता देखने को मिली है. यहां तहसील कार्यालय के बाहर अचानक तबियत खराब होने से एक शख्स अनवर अली फुटपाथ पर लेट गया. इसके बाद उसने दम तोड़ दिया. पुलिस को सूचना मिली तो कोरोना जांच के लिए मेडिकल टीम आई. टीम जांच कर चली गई तो पुलिस ने नगर निगम की कूड़ा गाड़ी मंगवाई और शव को उसमें लादकर पोस्टमॉर्टम हाउस पहुंचाया.
मामले का वीडियो वायरल होने के बाद हड़कंप मच गया. अब जिले के डीएम कृष्णा करुणेश और एसपी देवरंजन वर्मा ने इसकी संयुक्त जांच एसडीएम उतरौला और सीओ उतरौला को दी है. वहीं वीडियो में दिख रहे पुलिस के एक उपनिरीक्षक रविन्द्र कुमार रमन, 2 आरक्षियों शुभम पटेल और शैलेन्द्र शर्मा और चार नगर पालिका के कर्मचारियों को प्रथम दृष्टया दोषी पाते हुए तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया है.
दरअसल मृतक का नाम अनवर अली उर्फ झिनकन पुत्र बकरीदी है. वह करीब 45 साल का था और सादुल्लाह नगर थाना क्षेत्र के सहजौरा गांव का रहने वाला था. जानकारी के अनुसार वह तहसील के काम से उतरौला तहसील मुख्यालय पर आया हुआ था. तहसील मुख्यालय पर ही उसकी तबियत अचानक खराब हुई और सड़क के किनारे फुटपाथ पर वह लेट गया. थोड़ी देर बाद उसकी मौत हो गई.
इसके बाद स्थानीय लोगों ने पुलिस को सूचना दी. मौके पर पहुंची पुलिस ने मेडिकल टीम को बुलाया. मेडिकल टीम कोरोना जांच के सैंपल लेकर चली गई. इसके बाद पुलिस ने नगर पालिका की कूड़ा गाड़ी को बुलाकर बड़े ही अमानवीय तरीके से डेड बॉडी को कूड़ा गाड़ी पर लाद कर पोस्टमॉर्टम हाउस पहुंचाया.
उधर मामले में पुलिस की तरफ से बताया गया है कि 10 जून को बलरामपुर के तहसील उतरौला गेट के पास समय करीब 5 बजे शाम को अनवर अली पुत्र बकरीदी उम्र करीब 45 वर्ष निवासी ग्राम सहजौरा थाना सादुल्लानगर जनपद बलरामपुर का शव मिला था. पुलिस द्वारा पंचायतनामा की कार्यवाही कर शव को परिजनों को सुपुर्द कर दिया गया.
आज 11 जून को विभिन्न सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म टि्वटर/फेसबुक/यूट्यूब आदि पर एक वीडियो वायरल हो रहा है, जिसमें नगरपालिका के कर्मचारीगण द्वारा उपरोक्त मृतक के शव को कूड़ा ढोने वाली गाड़ी में रखा जा रहा है. वहां पर एक उपनिरीक्षक एवं दो आरक्षी भी उपस्थित हैं. ये बहुत ही संवेदनहीन कृत्य है.
प्रकरण की वीडियो का तत्काल संज्ञान लेते हुए जिलाधिकारी बलरामपुर और पुलिस अधीक्षक, बलरामपुर द्वारा इसकी संयुक्त जांच एसडीएम उतरौला और सीओ उतरौला को दी गई है. वहीं वीडियो में दिख रहे पुलिस के एक उपनिरीक्षक रविन्द्र कुमार रमन, 2 आरक्षियों शुभम पटेल और शैलेन्द्र शर्मा और चार नगर पालिका के कर्मचारियों को प्रथम दृष्टया दोषी पाते हुए तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया है.

 
             
                                                 
                                                 
                                                 
                                                 
                                                 
                                                 
                                                 
                                                 
                                                 
                                                 
                                                 
                                                 
                                                 
                                                 
                                                 
                                                 
                                                