Patna:मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने मंगलवार को पटना मेट्रो का कार्यारंंभ किया। इस क्रम में राजधानी के कंकड़बाग स्थित मलाही पकड़ी से बैरिया में नवनिर्मित पाटलिपुत्र अंतरराज्यीय बस टर्मिनल तक जाने वाले स्ट्रेच पर काम शुरू हुआ। मुख्यमंत्री ने कहा कि अगले पांच वर्षों में पटना मेट्रो के दोनों खंड का काम पूरा हो जाएगा। पटना के लोगों को मेट्रो रेल का काफी लाभ होगा। वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से हुए कार्यारंभ में पटना मेट्रो रेल काॅरपोरेशन द्वारा एक प्रोजेक्ट से जुड़ी एक फिल्म भी दिखायी गयी। इस प्रोजेक्ट की लागत 13590 करोड़ रुपये है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि दिल्ली में उन्होंने दिल्ली मेट्रो रेल काॅरपोरेशन का काम देखा था। अपने अधिकारियों से चर्चा के क्रम में वह लगातार यह कहते रहे थे कि दिल्ली मेट्रो रेल काॅरपोरेशन ही यहां अच्छा काम कर सकती है। आखिर में यह काम दिल्ली मेट्रो रेल काॅरपोरेशन को दिया गया।
राष्ट्रीय डॉल्फिन शोध संस्थान के भवन का भी शिलान्यास
मुख्यमंत्री ने जिन दो सौ सड़क परियोजनाओं का शिलान्यास किया उसमें मीठापुर-महुली एलिवेटेड कॉरिडोर भी शामिल है। यह 1030 करोड़ की परियोजना है। यह कॉरिडोर पटना-गया रोड व बिहटा-सरमेरा पथ से भी जुड़ेगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि उन्हें यह भरोसा है कि अगले तीन साल में इस प्रोजेक्ट का काम पूरा हो जाएगा।
पटना विश्वविद्यालय के अधीन लॉ कॉलेज के सामने राष्ट्रीय डॉल्फिन शोध संस्थान के लिए बनने वाले भवन का भी मुख्यमंत्री ने शिलान्यास किया। उन्होंने कहा कि उनकी सरकार गंगा नदी की स्वच्छता और अविरलता के लिए लगातार काम कर रही है।
आज से शुरू हुआ 31 किमी के दो कॉरिडोर का निर्माण
पटना मेट्रो परियोजना के कार्यारंभ समारोह में नगर विकास एवं आवास विभाग के मंत्री सुरेश शर्मा ने कहा है कि अगले पांच वर्ष के अंदर पटना में मेट्रो रेल दौडऩे लगेगी। सुरेश शर्मा ने कहा कि 1359.24 करोड़ की लागत की मेट्रो परियोजना का काम समय पर पूरा करने के लिए पिछले वर्ष ही दिल्ली मेट्रो कॉरपोरेशन से करार किया गया था। आज इस परियोजना के 31 किमी के दो कॉरिडोर निर्माण कार्य का उद्घाटन मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने किया। मंत्री ने दावा किया कि तीन वर्ष के अंदर दोनों कॉरिडोर बना दिए जाएंगे और और पांच वर्ष के अंदर पटना में मेट्रो रेल का परिचालन शुरू हो जाएगा और यात्री में मेट्रो में सफर का आनंद ले सकेंगे।