Patna:बिहार में हुए विधानसभा चुनाव (Bihar Assembly Election 2020) के बाद एग्जिट पोल में महागठबंधन (Mahagathbandhan) जनादेश की ओर बढ़ता दिख रहा है, ऐसे में तेजस्वी यादव के मुख्यमंत्री बनने की संभावनाओं से भी उनके समर्थक इंकार नहीं कर रहे हैं. बिहार में शनिवार को तीसरे और अंतिम चरण का चुनाव समाप्त होने के बाद जब विभिन्न मीडिया हाउस ने अपने एग्जिट पोल (Exit Poll) के सर्वे जारी किए तो उसमें बिहार में महागठबंधन को बहुमत दिया जा रहा है ऐसे में माना ये जा रहा है कि बिहार में इस बार सत्ता का परिवर्तन हो सकता है और नीतीश कुमार की जगह तेजस्वी यादव सीएम हो सकते हैं.
टुडे चाणक्या के एग्जिट पोल के नतीजों में बिहार चुनाव में राष्ट्रीय जनता दल यानी आरजेडी को 44 फीसदी वोट मिलने का अनुमान लगाया गया है. इस अनुमान को आधार बनाएं तो बिहार में एनडीए समेत अन्य सभी दलों का इस चुनाव में सूपड़ा साफ होता दिख रहा है. साथ ही महागठबंधन के नेता तेजस्वी यादव के अगले मुख्यमंत्री बनने की संभावनाएं नजर आ रही हैं.
एग्जिट पोल के नतीजों से गदगद लालू प्रसाद और उनके समर्थक अब बिहार में तेजस्वी यादव के राजतिलक की तैयारी करने की बात कर रहे हैं. इस कड़ी में लालू प्रसाद की दो बेटियों ने भी ट्वीट करके अपने भाई को सीएम बनने की अग्रिम शुभकामनाएं दी हैं. लालू प्रसाद की बड़ी बेटी मीसा भारती जहां राजनीति में हैं और राज्यसभा सांसद हैं तो वहीं उनकी दो अन्य बेटियां राजलक्ष्मी और रोहिणी आचार्या भी लगातार ट्विटर और सोशल मीडिया के माध्यम से राजनीति में सक्रिय रहने की कोशिश करती हैं.
एग्जिट पोल के अपने भाई की ताजपोशी को देखते हुए लालू प्रसाद की बेटी राज लक्ष्मी यादव ने ट्वीट करते हुए लिखा है राजतिलक की आई बारी तेजस्वी सब पर भारी युवा बिहार तेजस्वी सरकार.
वही उनकी दूसरी बहन रोहिणी आचार्य ने भी ट्वीट करते हुए लिखा है सिंहासन खाली करो लालू का लाल आ रहा है
बिहार चुनाव को लेकर किए गए सर्वेक्षण के दौरान टुडेज़ चाणक्य के विश्लेषण में लोगों से विभिन्न मुद्दों पर सवाल पूछे गए. इन सवालों में सरकार बदलने और विभिन्न मुद्दों पर लोगों से बात की गई. सरकार बदलने के सवाल पर 63 प्रतिशत लोगों ने हां में जवाब दिया. वहीं, 27 फीसदी लोगों ने नीतीश कुमार के शासन से खुशी जताई. टुडेज चाणक्या के सर्वे के दौरान विभिन्न मुद्दों के चुनाव पर असर डालने की भी पड़ताल की गई. इसमें पता चला कि चुनाव पर असर डालने वाले मुद्दों में बेरोजगारी 35 प्रतिशत, भ्रष्टाचार 19 प्रतिशत और अन्य मुद्दों का असर 34 प्रतिशत रहा.