Desk: बिहार में शराबबंदी की एक हकीकत यह भी है। राज्य में शराब का कारोबार नहीं किया जा सकता। इसके लिए सख्त कानून रहने के बावजूद हर दिन औसतन एक हजार लीटर से अधिक अवैध शराब पकड़ी जा रही है। सिर्फ इस साल नवंबर तक 11 माह में 3.33 लाख लीटर विदेशी शराब पकड़ी गई है। यह आंकड़ा मद्य निषेध इकाई की कार्रवाई का है। मुजफ्फरपुर जिले में सबसे अधिक 11 ट्रकों में 45,478 लीटर शराब बरामद की गई है। कैमूर 29,209 लीटर शराब के साथ दूसरे और सारण 27,495 लीटर के साथ तीसरे स्थान पर है।
11 माह में 400 छापेमारियां
मद्य निषेध विभाग के आंकड़ों के अनुसार पिछले 11 माह में राज्य के अलग-अलग जिलों में 400 छापेमारियां हुई हैं। इसमें 260 मामले दर्ज किए गए हैं, जिनमें 271 लोग शराबबंदी कानून के उल्लंघन में गिरफ्तार किए गए हैं। शराब के अवैध कारोबार में लगी 139 वाहन जब्त किए गए हैं, जिनमें 65 ट्रक शामिल हैं। इस दौरान 21 लाख से अधिक नकद भी बरामद हुआ है।
पटना में 9361 लीटर शराब जब्त
बिहार के 38 में 22 जिले ऐसे हैं, जहां मद्य निषेध इकाई की विशेष टीम ने कार्रवाई कर शराब बरामद की है। बाकी जिलों में स्थानीय स्तर पर पुलिस ने छोटी-मोटी बरामदगी की है। राजधानी पटना में 9361 लीटर शराब जब्त की गई है। पटना से सटे वैशाली में 22,450 लीटर शराब की बरामदगी की गई है।
देसी शराब, स्प्रिट व गांजा भी बरामद
विदेशी शराब के साथ मद्य निषेध इकाई की टीम ने करीब 4,336 देशी शराब भी बरामद की है। इसके अलावा शराब बनाने के लिए ले जाया जा रहा 24 हजार लीटर स्प्रिट भी बरामद किया गया है। इसके अलावा 26.74 किलोग्राम गांजा, 138 मोबाइल, तीन आम्र्स, 12 कारतूस और दो मैगजिन भी जब्त की गई है।
जिलावार जब्त शराब (लीटर में)
मुजफ्फरपुर : 45,478
कैमूर : 29,209
सारण : 27,495
वैशाली : 22,450
औरंगाबाद : 14,844
समस्तीपुर : 11,000
रोहतास : 9,524
पटना : 9,361
गया : 9,333
दरभंगा : 8,909
मोतिहारी : 8,781
पूर्णिया : 7,497
अररिया : 7,180
बेगूसराय : 4,949
जमुई : 4,860
बांका : 3,963
मधुबनी : 3,447
खगडि़या : 3,116
अरवल : 2,414
सुपौल : 2,019
मधेपुरा : 2,005
भागलपुर : 1,785