बिहार की जल-जीवन-हरियाली झांकी पिछले दो बार से हो रही नामंजूर, फिर क्यों भेजा जा रहा ये  प्रस्‍ताव

बिहार की जल-जीवन-हरियाली झांकी पिछले दो बार से हो रही नामंजूर, फिर क्यों भेजा जा रहा ये प्रस्‍ताव

Desk: गणतंत्र दिवस के मौके पर दिल्‍ली के इंडिया गेट (Republic Day Celebration at India Gate) पर आयोजित होने वाले मुख्‍य राष्‍ट्रीय समारोह में बिहार की झांकी इस बार भी नहीं दिखेगी। रक्षा मंत्रालय (Defense Ministry) की कमेटी ने बिहार सरकार (Government of Bihar) की ओर से झांकी के लिए भेजे गए प्रस्‍ताव को नामंजूर कर दिया है। ऐसा लगातार कई साल से हो रहा है। आखिरी बार 2016 के गणतंत्र दिवस समारोह में बिहार से झांकी को शामिल किया गया था। इस बार बिहार सरकार ने जल-जीवन-हरियाली विषय पर झांकी के लिए प्रस्‍ताव दिया था। अभी इस फैसले के पीछे वजह सामने नहीं आई है। प्रशासनिक सूत्रों ने इस फैसले की पुष्टि की है।

पिछले साल मुख्‍यमंत्री नीतीश कुमार ने जताया था अफसोस

गणतंत्र दिवस समारोह पर हर किसी को अपने राज्‍य की झांकी देखने का इंतजार रहता है। लेकिन बिहार के लोगों को इस दिशा में लगातार निराशा हाथ लग रही है। बिहार की ओर से पिछले साल भी गणतंत्र दिवस पर राष्‍ट्रीय समारोह के लिए जल-जीवन-हरियाली विषय पर ही झांकी का प्रस्‍ताव भेजा गया था और तब भी कमेटी ने प्रस्‍ताव को खारिज कर दिया था। इस फैसले पर खुद बिहार के मुख्‍यमंत्री नीतीश कुमार (Bihar Chief Minister Nitish Kumar) ने अफसोस जताया था। उन्‍होंने कहा था कि इस फैसले से बिहारवासियों के मनोबल पर कोई असर नहीं पड़ेगा। लोग अभी जल-जीवन-हरियाली अभियान की अहम‍ियत नहीं समझ पा रहे हैं।

सीएम नीतीश कुमार का ड्रीम प्रोजेक्‍ट है जल-जीवन-हरियाली

जल-जीवन-हरियाली बिहार के सीएम नीतीश कुमार (Bihar CM Nitish Kumar) का ड्रीम प्रोजेक्‍ट है। पिछले साल इस विषय पर झांकी को खारिज किए जाने पर उन्‍होंने कहा था कि बिहार इस अभियान के सहारे ऐसा उदाहरण पेश करेगा, जिसका अनुकरण पूरे देश को करना पड़ेगा। 2021 के गणतंत्र दिवस समारोह के लिए रक्षा मंत्रालय ने जुलाई 2020 में ही प्रस्‍ताव आमंत्रित किए थे।

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