Desk: बिहार में व्याप्त बेरोजगारी को लेकर हमेशा से चर्चा होती रहती है. राज्य में जारी बेरोजगारी (Unemployment) और सरकारी नौकरी पाने की चाहत को लेकर एक बार फिर से सवाल खड़े होने लगे हैं. दरअसल, बिहार में विधान परिषद में चतुर्थवर्गीय कर्मचारी की भर्ती (Vidhan Parishad Fourth Grade Recruitment) चल रही है. 96 सीटों के लिए भर्ती की प्रकिया जारी है. आपको जान कर आश्चर्य होगा कि फोर्थ ग्रेड स्टाफ की इस नौकरी के लिए भी डेढ़ लाख से ज्यादा अभ्यर्थियों ने आवेदन किया है. सरकारी नौकरी का आकर्षण ऐसा है कि फोर्थ ग्रेड की इस नौकरी के लिए बी-टेक से लेकर एमबीए, बी.एड और एमएससी तक की पढ़ाई कर चुके छात्र लाइन में खड़े हैं.
बिहार विधान परिषद में चतुर्थवर्गीय कर्मचारी के पद के लिए इंटरव्यू के दौरान उच्च शिक्षा प्राप्त युवाओं को कतार में खड़े देखा जा सकता है. 96 पदों के लिए निकली वैकेंसी में डेढ़ लाख से ज्यादा अभ्यर्थियों ने आवेदन दिया है. पिछले एक सप्ताह से चल रहे इंटरव्यू में हर दिन 1 हजार अभ्यर्थियों का इंटरव्यू हो रहा है. अभ्यर्थियों की लाइन में बीटेक से लेकर एमएससी पास युवा खड़े हैं. इंटरव्यू के लिए सुपौल से पहुंचे मनीष कुमार ने बताया कि उन्होंने इकोनॉमिक्स से एमए किया है, पर नौकरी नहीं मिल रही. विधान परिषद में फोर्थ ग्रेड की वैकेंसी आई थी, जहां का वेतन 50 हजार के लगभग है. सरकारी नौकरी कोई भी हो मिल जाये तो अच्छा है.
क्या कहते हैं अभ्यर्थी
भागलपुर से पहुंचे विवेक बीटेक हैं पर सरकारी नौकरी के लिए फोर्थग्रेड की लाइन में खड़े हैं. विवेक का कहना है कि एक दिन पहले ही रात में पहुंचकर दोस्त के घर रहे. उम्मीद है कि विधान परिषद में कोई जगह मिल जाए. मुजफ्फरपुर में प्राइवेट नौकरी कर रहे प्रमोद का कहना है कि प्राइवेट में पैसे कम मिलते हैं, साथ ही कोरोना में लॉकडाउन के दौरान 6 महीने तक वेतन नहीं मिला. सरकारी नौकरी में ये परेशानियां नहीं हैं. नौकरी का आकर्षण और बेरोजगारी की स्थिति ऐसी है कि पद चाहे जो हो, नौकरी चाहिए.
कई राज्यों के छात्र भी लाइन में खड़े
पटना में सुबह से ही विधान परिषद में छात्रों की लंबी-लंबी लाइन देखने को मिल रही है. चतुर्थवर्गीय कर्मचारी के लिए खड़े इस लाइन में ना सिर्फ बिहार के कोने कोने से, बल्कि यूपी, बंगाल, झारखंड जैसे पड़ोसी राज्यों से भी छात्र इंटरव्यू देने पहुंचे हैं. फिलहाल इंटरव्यू चल रहा है, जिसके बाद फाइनल रिजल्ट आएगा.