पटना: जन अधिकार पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष सह पूर्व सांसद पप्पू यादव ने बिहार के दरभंगा मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल (DMCH) में रविवार को कोरोना से 4 बच्चों की मौत के बाद सरकार पर जोरदार हमला बोला है। उन्होंने कहा कि कोरोना से चार बच्चों की मौत हो गई है और सरकार पीठ थपथपाने में मस्त है। 4 बच्चों की मौत को उन्होंने कोरोना की तीसरे लहर की शुरुआत का संकेत बताया।
उन्होंने ट्वीट कर कहा कि DMCH दरभंगा में चार बच्चों की मौत कोरोना से हुई। यह पहली बार है इतनी संख्या में बच्चे कोरोना के शिकार हुए हैं। साफ संकेत है तीसरी लहर का कहर शुरू हो गया है। सरकारें अपनी पीठ थपथपाने में मस्त है। निर्दयी PM मन की बात करने में तो स्वास्थ्य मंत्री दोषारोपण की राजनीति में व्यस्त हैं। मालूम हो कि DMCH में रविवार शाम तक 24 घंटे में 4 बच्चों की जान चली गई है। इनमें एक ढाई महीने का कोरोना पॉजिटिव बच्चा भी शामिल है।
आपको बता दें कि 32 साल पुराने अपहरण के एक मामले में गिरफ्तार पूर्व सांसद पप्पू यादव को शनिवार को मधेपुरा की जिला एवं सत्र न्यायाधीश की अदालत से भी जमानत नहीं मिल पाई। जिस वजह से उन्हें अभी जेल में ही रहना होगा। इससे पहले पप्पू यादव की जमानत याचिका उनके ट्रायल कोर्ट से रिजेक्ट हो चुकी थी।
आज जिला एवं सत्र न्यायाधीश रमेश चन्द्र मालवीय की अदालत में वर्चुअल माध्यम से उनकी जमानत याचिका पर सुनवाई की गयी। इस सुनवाई में पप्पू यादव के अधिवक्ता संजीव कुमार ने जमानत के पक्ष में अपनी दलील दी। जिसपर न्यायालय ने 1 जून को अगली सुनवाई की तिथि निर्धारित की। इस दौरान निचली अदालत से केस का रेकॉर्ड मंगवाने का आदेश दिया गया।
इससे पहले मधेपुरा के ACJM कोर्ट में भी पप्पू यादव की जमानत अर्जी लगाई गई थी, जिसे कोर्ट ने रिजेक्ट कर दिया था। इस सुनवाई में मुरलीगंज कांड संख्या 9/89 के गवाह भी शामिल थे। जिन्होंने कोर्ट से कहा कि अपहरण की घटना नहीं हुई थी। ACJM-1 अनूप कुमार सिंह ने पप्पू यादव को सेशन कोर्ट में अपील करने को कहा था। इस जमानत याचिका में पप्पू के अधिवक्ता ने उनकी ख़राब स्वास्थ्य का भी हवाला दिया है। अब अगली सुनवाई 1 जून को निर्धारित है।
पप्पू यादव के अधिवक्ता संजीव कुमार ने बताया कि उम्मीद है कि पप्पू यादव को न्याय मिलेगा और वर्षों पुराने इस मामले में कोर्ट जमानत दे देगी।