Desk: सीएम नीतीश कुमार बिहार में विस्फोटक हो रहे कोविड संक्रमण पर नियंत्रण के लिए बड़ा फैसला ले लिया । बिहार में अब हर रोज नाइट कर्फ्यू लागू रहेगा। सभी प्रतिष्ठान हर हाल में शाम छह बजे तक बंद हो जाएंगे। पूरे राज्य में रात नौ बजे से सुबह पांच बजे तक नाइट कर्फ्यू लागू रहेगा। साथ ही धारा 144 को भी लागू किया जाएगा। स्कूलों को 15 मई तक बंद कर दिया गया है। स्वास्थ्य कर्मियों और डाक्टरों को पिछले साल की तरह ही इस साल भी 13 माह को वेतन दिया जाएगा। आज उन्होंने बिहार के सभी जिलों के डीएम-एसपी के साथ बैठक में पूरे राज्य में कोरोना संक्रमण की स्थिति की समीक्षा के बाद यह घोषणा की है।
बता दें कि शनिवार को राज्यपाल फागू चौहान की अध्यक्षता में सर्वदलीय बैठक के दौरान बिहार के प्रमुख विपक्षी दल कांग्रेस और राजद ने सरकार को कड़े फैसले लेने की सलाह दी थी। उम्मीद जताई जा रही थी कि सरकार इस दौरान लॉकडाउन या नाइट कर्फ्यू जैसे उपायों की घोषणा कर सकती है।
बिहार में लागू गाइडलाइंस
– सभी सरकारी कार्यालयों को शाम पांच बजे तक बंद कर दिया जाएगा।
– सभी प्रतिष्ठान, मॉल, दुकानें, मांस-मछली बाजार, सब्जी मंडी आदि शाम छह बजे से बंद रहेंगे।
– हर रोज 33 प्रतिशत लोग ही आएंगे।
– स्वास्थ्य कर्मियों और डाक्टरों को पिछले साल की तरह ही इस साल भी 13 माह को वेतन दिया जाएगा।
– सभी शिक्षण संस्थान स्कूल, कॉलेज और काेचिंग आदि 15 मई तक बंद रहेंगे। इस दौरान राज्य के विश्वविद्यालय की ओर से कोई परीक्षा नहीं ली जाएगी।
– 15 मई तक सभी धार्मिक स्थल बंद रहेंगे।
– राज्य में पार्क, उद्यान, क्लब, जिम, स्टेडियम, हेरिटेज साइट, खेल प्रशिक्षण आदि 15 मई तक बंद रहेंगे।
– रेस्टाॅरेंट में बैठकर खाना प्रतिबंधित रहेगा। मगर रात नाै बजे तक होम डिलीवरी होगी।
– पूरे बिहार में गांव-गांव में बृहद स्तर पर माइकिंग कराकर कोविड महामारी से सतर्क रहने और महामारी के प्रति जागरूक करने को अभियान चलाया जाएगा।
इन पर नहीं होगा कोई प्रतिबंध
– अंतर जिला और अंतरराज्यीय परिवहन पर कोई प्रतिबंध नहीं होगा।
– सभी इमरजेंसी सर्विसेज पुलिस, फायर, एम्बुलेंस आदि निर्बाध जारी रहेगी।
– शादियों और मृत्यु में सीमित संख्या में लोग शामिल हो सकेंगे।
सीएम ने दिए थे संकेत
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि रविवार को सरकार निर्णय लेगी कि कोरोना संक्रमण के लगातार बढ़ रहे मामले पर आगे किस रणनीति पर काम होगा। सभी जिलों के डीएम-एसपी के साथ बैठक के बाद कुछ महत्वपूर्ण फैसले संभव हैं। यह स्पष्ट किया कि कल जो निर्णय होंगे वह आखिरी निर्णय नहीं होगा। आगे जैसी परिस्थिति बनेगी उसके आधार पर निर्णय लिए जाएंगे। यह भी कहा कि संक्रमण के मामले आज भी तेजी से बढ़े हैं। राज्यपाल की अध्यक्षता में शनिवार को कोरोना संकट पर हुई सर्वदलीय बैठक के बाद मुख्यमंत्री ने यह बात कही।
बैठक में मुख्यमंत्री ने कहा कि बिहार में कोरोना संक्रमण के मामले प्रतिदिन तेज गति से बढ़ रहे हैं। इसे नियंत्रित किए जाने को ले सरकार के स्तर पर जो काम हो रहे हैं उसकी जानकारी मुख्यमंत्री ने विस्तार से दी। उन्होंने कहा कि पटना मेदांता को कोविड डेडिकेटेड अस्पताल के रूप में परिणत किए जाने को ले मेदांता अस्पताल के अध्यक्ष नरेश त्रेहान से बात हुई है।
बनेगी आगे की रणनीति
मुख्यमंत्री ने कहा कि सर्वदलीय बैठक में विभिन्न राजनीतिक दलों ने सुझाव दिए हैं उस पर आपदा प्रबंधन समूह विचार करेगा। उसके आधार पर आगे की रणनीति तैयार की जाएगी। कल सुबह वह जिलों की वस्तु स्थिति के बारे में जानकारी लेंगे। आज की बैठक में आए सुझाव व कल होने वाली बैठक में मिली जानकारी के आधार पर आगे का निर्णय लिया जाएगा ।
मुख्यमंत्री ने कहा कि ऑक्सीजन की उपलब्धता को ले हमलोग सजग हैं। ज्यादा से ज्यादा टीकाकरण हो इसके लिए प्रयासरत हैं। कोरोना संक्रमण को ले लोगों को जागरूक करते रहना होगा। किसी भी आयोजन में कम से कम लोग शामिल हों। लोग मास्क प्रयोग जरूर करें। आपस में दूरी बनाकर रहें। हमारा सभी से आग्रह है कि मिलजुल कर काम करें ताकि कोरोना संक्रमण का प्रभाव कम से कम हो सकेे।