Desk:बिहार के चर्चित मधुबनी हत्याकांड के मुख्य आरोपी प्रवीण झा उर्फ रावण को पुलिस ने गिरफ्तार किया है। इसके अलावा चंदन झा, मुकेश साफी,भोला सिंह के अलावा एक और की गिरफ्तारी हुई है। मधुबनी पुलिस ने नेपाल से 5 आरोपियों को गिरफ्तार किया है। मंगलवार को नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने भी कहा था कि आरोपी प्रवीण झा को पुलिस ही नेपाल छोड़ आई है। अब, बुधवार को नेपाल से ही मुख्य आरोपी प्रवीण झा की गिरफ्तारी हुई है।
होली के दिन मधुबनी के महमदपुर गांव में एक ही परिवार के 5 लोगों की हत्या कर दी गई थी। हत्याकांड के बाद आरोपियों की गिरफ्तारी को लेकर सियासत भी गरमा गई थी। पुलिस पर आरोपियों को जल्द से जल्द गिरफ्तार करने को लेकर काफी दबाव था। CM नीतीश कुमार ने भी कहा था कि पीड़ित परिवार को न्याय मिलेगा। आरोपियों की जल्द गिरफ्तारी होगी।
पीड़ित परिवार से तेजस्वी ने की थी मुलाकात
नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव मंगलवार को मधुबनी के महमदपुर पहुंचे थे। यहां उन्होंने कहा था कि ‘रावण सेना’ नाम से संगठन चलाने वाले लोगों ने यहां पांच भाइयों की नृशंस हत्या की है। आरोपी प्रवीण की मिलीभगत प्रशासन के लोगों से है। उन्होंने आरोप लगाया कि पुलिस ही आरोपी प्रवीण को नेपाल जाकर छोड़ी है। उन्होंने पूर्व मंत्री विनोद नारायण झा को आरोपी का गुरू बताया था। तेजस्वी यादव ने पीड़ित परिवार को पांच और एक लाख रुपए का चेक भी दिया था।
पूर्व मंत्री ने दी सोशल मीडिया पर सफाई
महमदपुर हत्याकांड में पूर्व मंत्री विनोद नारायण झा का नाम सामने आने के बाद उन्होंने मंगलवार को सोशल मीडिया पर सफाई दी थी। उन्होंने कहा था कि जिस जगह घटना हुई है, वह उनके विधानसभा क्षेत्र में नहीं है। वे अभी दिल्ली में अपनी बेटी-दामाद के पास हैं। वहीं, पूर्व मंत्री के बचाव में BJP नेता व राज्यसभा सांसद सुशील कुमार मोदी भी सामने आ गए। उन्होंने कहा कि आरोप लगा देने से कोई दोषी नहीं हो जाता है। विनोद नारायण झा पर लगे आरोप बेबुनियाद हैं। सार्वजनिक जीवन में आरोप लगते रहते हैं।
JDU के राजपूत नेताओं ने CM से की थी कार्रवाई की मांग
महमदपुर में जिन पांच लोगों की हत्या की गई, वो सभी भाई थे और राजपूत जाति के थे। इस वजह से भी बिहार में पक्ष-विपक्ष के राजपूत नेता मुखर हैं। पूर्व मंत्री जय कुमार सिंह के नेतृत्व में JDU के कई राजपूत नेता CM नीतीश कुमार से सोमवार को मुलाकात की थी। सिंह ने कहा था कि इस घटना की उच्च स्तरीय जांच होनी चाहिए। आश्रितों के लिए नौकरी और मुआवजा की व्यवस्था करनी चाहिए। जो अपराधी हैं, उनकी गिरफ्तारी हो और स्पीडी ट्रायल चलाकर जल्द सजा दिलाई जाए।
क्या हुआ था मधुबनी में
होली के दिन 29 मार्च को मधुबनी के बेनीपट्टी के महमदपुर गांव में एक ही परिवार के 5 भाईयों की हत्या कर दी गई थी। इसमें एक पक्ष के 10-12 लोगों ने दूसरे पक्ष के लोगों पर दिनदहाड़े गोलियां बरसा दी। इस घटना में दूसरे पक्ष के तीन लोगों की मौत घटनास्थल से अस्पताल ले जाने के क्रम में हो गई थी। तीन और घायलों में एक की मौत अगले दिन पटना में हुई। वहीं, पटना में ही इलाजरत एक अन्य व्यक्ति की भी मौत हुई। इस हत्याकांड में एक ही परिवार के तीन सहोदर भाई और उनके दो चचेरे भाई की मौत हो चुकी है।
कौन-कौन हैं मृतक
इस हत्याकांड में गोलीबारी के दिन ही दो सहोदर भाई रणविजय सिंह और वीरेंदर उर्फ वीरू सिंह (दोनों की उम्र 40 के करीब) की मौत हो गई थी। साथ में चचेरे भाई राणा प्रताप सिंह (42 वर्ष) की भी मौत हो गई। रणविजय सिंह के एक और सहोदर भाई अमरेंद्र सिंह (33 वर्ष) की मौत पटना में हुई थी। इसके अलावा राणा प्रताप सिंह के सहोदर भाई रूद्र नारायण सिंह और मनोज सिंह की भी इलाज के दौरान मौत हो गई थी।