Patna: नाव भर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के खिलाफ तल्ख बयान देने वाले लोजपा अध्यक्ष चिराग पासवान अगले छह महीने तक उनकी आलोचना नहीं करेंगे। उन्होंने पार्टी नेताओं को भी यही नसीहत दी-आप लोग भी शांत रहिए। संगठन को मजबूत बनाने के काम में जुट जाइए। चिराग ने करीब डेढ़ दर्जन चुनिंदा पार्टी नेताओं की मौजूदगी में संसदीय बोर्ड की बैठक में कार्यकर्ताओं को ये निर्देश दिए हैं। माना जा रहा है कि चिराग के रुख में बदलाव भाजपा की पहल की वजह से आया है। नई सरकार के गठन के बाद भाजपा नहीं चाह रही है कि लोजपा के चलते घटक दलों के बीच कटुता का माहौल कायम हो।
लोजपा एनडीए में बनी रहेगी
चिराग ने यह भी साफ कर दिया कि लोजपा एनडीए में बनी रहेगी। रामविलास पासवान की राज्यसभा सीट पार्टी को न मिलने के बावजूद वे अलगाव नहीं चाह रहे हैं। बैठक में मौजूद पूर्व विधायक हुलास पांडेय चाह रहे थे कि लोजपा राज्य सरकार के खिलाफ मोर्चा खोले। उनका कहना था कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने पार्टी को तबाह करने में अपनी ओर से कोई कसर नहीं रखी। सीटें भले ही एक मिली हों, पर राज्य सरकार के विरोध के कारण ही पार्टी का जनाधार बढ़ा है। आगे भी विरोध जारी रहे तो पार्टी को लाभ मिलेगा। सूत्रों ने बताया कि चिराग ने पांडेय के प्रस्ताव को दो टूक शब्दों में खारिज कर दिया।
प्रतिकूल टिप्पणियों से आहत होते हैं मुख्यमंत्री
चिराग ने संसदीय बोर्ड की बैठक में बताया कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का विरोध न करने का संकेत उन्हें भाजपा की ओर से भी मिला है। उनके मुताबिक भाजपा के एक बड़े नेता ने हमें संदेश दिया कि प्रतिकूल टिप्पणियों से मुख्यमंत्री आहत होते हैं। एनडीए के घटक के नाते लोजपा को बेवजह टिप्पणी करने से बचना चाहिए। वैसे भी लोजपा अगर मुख्यमंत्री की किसी मुद्दे पर आलोचना करती है तो हिंदुस्तानी अवामी मोर्चा बुरी तरह रिएक्ट करता है। इससे एनडीए के घटक दलों के बीच टकराव का संदेश जाता है।