Desk:प्रदेश जदयू अध्यक्ष उमेश सिंह कुशवाहा ने बिहार के विकास को कमतर बताने पर राजद सुप्रीमो लालू यादव पर पलटवार किया है। कहा कि बिहार को देश के फिसड्डी राज्यों में धकेलने वाले राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद को बिहार के विकास पर अब बोलने का कोई हक नहीं है। तंज कसते हुए कहा कि जिन लोगों के चलते बिहार बदनाम हो चुका था, अब वही लोग बिहार के विकास की चिंता करने लगे हैं, यह हास्यास्पद है।
उमेश कुशवाहा ने आरोप लगाया कि दरअसल लालू प्रसाद को बिहार के विकास से कोई लेना-देना नहीं है, बल्कि वे तो पुत्र मोह में धृतराष्ट्र हो गए हैं। बिहार के विकास को गलत तरीके से कमतर बताकर जनता के आगे विधवा विलाप कर रहे हैं, ताकि बिहार में फिर से उनका जंगल राज कायम हो सके और उनके पुत्र तेजस्वी यादव को सत्ता मिल सके। जदयू अध्यक्ष ने कहा कि लालू-राबड़ी परिवार के पाखंड को समझते हुए जनता ने 16 साल पहले ही राजद शासन को नकार दिया था। बिहार की सत्ता अब लालू परिवार के किसी सदस्य को नसीब नहीं होने वाली है।
विशेष राज्य के दर्जे की मांग ढोंग और जदयू का भ्रमजाल : कांग्रेस
कांग्रेस विधान पार्षद प्रेमचंद मिश्रा ने सत्तारूढ़ जदयू पर आरोप लगाया कि वह और उसके नेता विशेष राज्य के दर्जा के नाम पर लोगों को भ्रमित कर अपनी विफलताओं को ढकना चाहते हैं। उन्होंने उपेंद्र कुशवाहा के विशेष राज्य के दर्जे की मांग को ढोंग और जदयू का भ्रमजाल बताया। साथ ही सवाल किया कि जदयू इस मसले पर जनता को कब तक भ्रम में रखेगी।
उन्होंने कहा है कि जब से नीति आयोग के सतत विकास सूचकांक में बिहार को आर्थिक,सामाजिक विकास तथा पर्यावरण संरक्षण,गरीबी उन्मूलन के क्षेत्र में सबसे निचले पायदान का राज्य बताया गया है तबसे 16 वर्षो से सत्ता में बैठे जदयू-भाजपा नेताओं को यह समझ मे नही आ रहा है कि विकास को लेकर अपनी विफलताओं को अब कैसे ढका जाए। अब वह विशेष राज्य का दर्जा की पुन: मांग जनमानस को एक बार फिर से भ्रमित करना चाहते हैं।