Desk: भागलपुर से रांची के लिए तीसरे रेल रूट डेवलपमेंट पर रेलवे का पूरा फोकस है. जसीडीह से पीरपैंती वाया गोड्डा रेल लाइन नवगछिया से जुड़ेगा. इसके लिए कहलगांव में बटेश्वर स्थान पर गंगा पुल का निर्माण होगा. पीरपैंती-जसीडीह रेल लाइन का काम पूरा होने के बाद भागलपुर से रांची तक तीसरा रूट होगा. यह लाइन गोड्डा, दुमका, देवघर व जसीडीह को टच करेगा और इधर पीरपैंती व भागलपुर पहुंचेगा.
फिलहाल भागलपुर से रांची जाने के लिए दो रूट हैं. इसमें एक रूट किऊल से जसीडीह होते रांची और दूसरा रामपुरहाट वाया आसनसोल होते हुए रांची जाता है. रेल कनेक्टिविटी बढ़ने से पूर्व बिहार रेलमार्ग से झारखंड से जुड़ेगा और उन सभी इलाकों में रेल सुविधा मिलेगी. गोड्डा-पीरपैंती रेललाइन को साल 2009 में मंजूरी मिली थी. यह परियोजना हंसडीहा से पीरपैंती तक 96 किलोमीटर लंबी रेललाइन परियोजना की अंतिम कड़ी है, जो गोड्डा से पीरपैंती (64 किलोमीटर) तक बननी है.
कोयला क्षेत्र बचाने के लिए गोड्डा-मिर्जाचौकी के बीच बन सकती है नयी रेल लाइन
कोयला क्षेत्र को बचाते हुए पीरपैंती-गोड्डा लाइन के बीच नयी रेल लाइन बिछायी जायेगी. गोड्डा से गोकुला तक सर्वे हो चुका है और इस अलाइनमेंट में कोई बदलाव नहीं होगा. मगर गोकुला से पीरपैंती के बीच चल रहे सर्वे कार्य से इसके अलाइनमेंट में बदलाव हो सकता है. दरअसल कुछ जगहों पर कोयला क्षेत्र आ गया है. अलाइनमेंट में अगर बदलाव हुआ, तो गोड्डा-पीरपैंती की जगह गोड्डा- मिर्जाचौकी नयी रेललाइन हो जायेगी. सबकुछ सर्वे रिपोर्ट पर निर्भर करेगा.
पीरपैंती-गोड्डा के बीच जहां से रेलवे लाइन बिछायी जानी है वहां ऐसे कोयला काफी कम हिस्से में है. यह हिस्सा मेहरमा प्रखंड का अमौर, डोय, चौरा, नीमा, धनकुड़िया, लकड़मारा व मझगांव मौजा का हिस्सा है. इस संबंध में कहा जाता है कि वर्षों बाद इन हिस्से में कोयला खनन होना है.
भागलपुर के तर्ज पर मिर्जाचौकी और हंसडीहा बनेगा जंक्शन
पूर्व बिहार रेलमार्ग से झारखंड से जुड़ेगा, तो भागलपुर के तर्ज पर मिर्जाचौकी और हंसडीहा जंक्शन बनेगा और बड़ा स्टेशन का दर्जा मिलेगा. हालांकि अभी तक बड़ा स्टेशन बनने की श्रेणी में पीरपैंती स्टेशन का नाम सबसे आगे है. सर्वे रिपोर्ट में गोकुला-पीरपैंती के बीच का अलाइनमेंट बदला, तो फिर मिर्जाचौकी से जुड़ने के साथ यह जंक्शन बन जायेगा. इधर, हंसडीहा से पोड़ैयाहाट के बीच ट्रेन दौड़ रही है. इसका विस्तार गोड्डा होकर पीरपैंती या मिर्जाचौकी तक हुआ, तो हंसडीहा को जंक्शन का दर्जा मिलेगा. फिलहाल बांका-देवघर रूट के कारण बाराहाट को जंक्शन का दर्जा मिला है.
महत्वपूर्ण बातें :
839 करोड़ रुपये : विक्रमशिला टू कटरिया के बीच गंगा नदी पर पुल निर्माण के लिए राशि आवंटित
121 करोड़ रुपये : पीरपैंती-जसीडीह के बीच नयी रेल लाइन के लिए की गयी स्वीकृत
वर्ष 2021-22 में शुरू हो सकता नयी रेल लाइन का निर्माण का कार्य
-जसीडीह-पीरपैंती नयी रेल लाइन : बिहार-पश्चिम बंगाल को पांच रेल लाइनों से जाेड़ेगा
-जसीडीह-पीरपैंती नयी रेल लाइन पूर्व बिहार के -नवगछिया रेल लाइन
- भागलपुर-साहिबगंज रेल लाइन
-भागलपुर से दुमका वाया हंसडीहा रेल लाइन
-पाकुड़- पश्चिम बंगाल रेल लाइन
-गोड्डा- देवघर रेल लाइन