Patna: किसानों की मांग को लेकर विभिन्न संगठनों द्वारा आज भारत बंद (Bharat Band) बुलाया गया है जिसमें विपक्ष के कई राजनीतिक दलों ने भी अपना समर्थन दिया है. इस समर्थन के तहत गया (Gaya) की सड़कों पर राजद, कांग्रेस और वामपंथी दलों के नेता और कार्यकर्ताओं ने भी अपना विरोध जिताया. इस विरोध के बीच बोधगया के राजद विधायक कुमार सर्वजीत (RJD MLA Kumar Sarwjeet) कुछ अलग ही अंदाज में दिखे.
वो सड़क पर चलते हुए लोगों को गुलाब का फूल और धान की बाली देकर बंद का समर्थन करने की अपील करते रहे. इस संबंध में कुमार सर्वजीत ने कहा विपक्षी दल राजद को लाठी की पार्टी कहकर बदनाम करते हैं पर वो और उनके सहयोगी बंद में भी गुलाब का फूल देकर लोगों का स्वागत कर रहें हैं. उनलोगों की चाहत है कि गुलाब की फूल की तरह ही किसान के चेहरे पर मुस्कान आये, इसलिए वो लोग किसान के आन्दोलन का समर्थन करते हुए केन्द्र सरकार से नई कृषि बिल को वापस लेने की मांग कर रहें हैं.
बंद के समर्थन में उतरे राजद के पूर्व मंत्री और बेलागंज विधायक सुरेन्द्र यादव ने कहा कि केन्द्र की नई कृषि बिल से किसानों को काफी परेशानी होने वाली है और उऩ्हें उनकी उपज का उचित दाम नहीं मिलने वाला है. सरकार न्यूनतम समर्थन मूल्य की घोषणा तो कर रही है पर न्यूनतम समर्थन मूल्य किसानों को दिलाने के लिए वह जरूरी कदम उठाने को तैयार नहीं हैं.
अगर न्यूनतम समर्थन मूल्य दिलाने को लेकर कानून बना दिया जाया तो किसानों का काफी भला होगा. सड़क पर उतरकर विरोध मार्च निकालने वाले सीपीआईएमएमल के जिला सचिव निरंजन कुमार ने कहा कि मोदी सरकार इस बिल को लेकर शुरू से ही जल्दीबाजी में दिख रही है. कोरोना की वजह से जहां देश में लॉकडाउन लगा हुआ था और उसी बीच केन्द्र सरकार ने संसद के विशेष सत्र में हड़बड़ी दिखाते हुए आनन-फाऩन में विरोधी दलों की आवाज को दबाते हुए बिल पास करा लिया.
मोदी सरकार को कुछ लोगो को लाभ दिलाने के बजाय देश के करोड़ों किसान के हित में नई कृषि बिल पर पुनर्विचार करना चाहिए. कांग्रेस नेता और गया नगर निगम के डिप्टी मेयर मोहन श्रीवास्तव ने कहा कि केन्द्र की मोदी सरकार किसान विरोध कानून बनायी है जिसे वापस लेने की जरूरत है.