Desk: बिहार में राजनीतिक सरगर्मी अभी चरम पर है। दलों में टूट के दावों के बीच किसी भी नेता का विपक्षी से मिलना राजनीतिक चर्चाओं को हवा दे देता है। कुछ ऐसा ही हुआ रोहतास के सर्किट हाउस में। यहां जदयू विधायक और राज्य के अल्पसंख्यक कल्याण मंत्री जमां खान का प्रेस कॉन्फ्रेंस चल रहा था। मंत्री जी अपनी प्राथमिकताएं गिना रहे थे। इसी दौरान चेनारी के कांग्रेस (Congress) विधायक मुरारी प्रसाद गौतम पहुंच गए। दोनों ने एक-दूसरे का अभिवादन किया और गले भी मिले।
काफी देर तक साथ बैठे मंत्री व विधायक
विधायक के अचानक प्रेस कॉन्फ्रेंस में पहुंचने से वहां मौजूद लोग भी उत्सुक हो गए। सभी की नजरें चेनारी विधायक पर टिक गई। कानाफूसी होने लगी। तरह-तरह की बातें होने लगी। सभी यह जानने को उत्सुक हो गए कि आखिर क्या बात है। हालांकि मंत्री ने इस मुलाकात को महज एक शिष्टाचार मुलाकात बताया। प्रेस वार्ता के बाद भी दोनों काफी देर तक साथ बैठे रहे। चाय-पानी के बहाने एक-दूसरे से बतियाते रहे। इसका निहितार्थ लोग अलग-अलग तरीके से निकाल रहे हैं।
हालांकि विधायक ने कहा कि संयोग से वे उस समय परिसदन में ही थे। मंत्री आए तो उनसे शिष्टाचारवश मिलने चले गए। योजनाओं पर बात की। क्षेत्र का विकास करना है। चूंकि हम दोनों एक ही क्षेत्र के जनप्रतिनिधि हैं इसलिए उनसे मिलना हो गया। हालांकि यह महज संयोग है या कुछ और यह तो आने वाला समय ही बताएगा। फिलहाल तो दोनों का मिलना चर्चा के बाजार को गर्म तो जरूर कर गया है। मालूम हो कि बिहार में नई सरकार के गठन के समय से ही राजनेताओं का इधर से उधर होना चल रहा है। कई तरह के दावे किए जाते रहे हैं। दलों में टूट से लेकर पार्टी बदलने की बातें होती रही हैं। ऐसे में कुछ नई चीजें हों तो नजर टिक ही जाती हैं।