Patna: बिहार में 2803 नए कोरोना संक्रमित मरीजों की पहचान की गई। इनमें 1021 नए संक्रमितों की 24 जुलाईं और 1782 नए संक्रमितों की 23 जुलाई को पहचान की गई। राज्य में कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या बढ़कर 36, 314 हो गयी।
स्वास्थ्य विभाग से मिली जानकारी के अनुसार 24 जुलाई को मिले 1021 नए संक्रमितों में अरवल में 15, औरंगाबाद में 3, बाँका में 8, बेगूसराय में 43, भागलपुर में 103, भोजपुर में 16, बक्सर में 8, दरभंगा में 15, पूर्वी चंपारण में 55, गया में 60, गोपालगंज में 1, जमुई में 5, जहानाबाद में 42, कटिहार में 2, खगड़िया में 31, लखीसराय में 14, मधेपुरा में 13, मधुबनी में 36, मुंगेर में 8, मुजफ्फरपुर में 33, नालंदा में 30, नवादा में 2, पटना में 316, पुर्णिया में 23, रोहतास में 19, समस्तीपुर में 24, शेखपुरा में 15, शिवहर में 5, सीतामढ़ी में 22, सीवान में 2, सुपौल में 24, वैशाली में 15 और पश्चिमी चंपारण 5 संक्रमित मिले।
पटना: शव यात्रा में शामिल होना पड़ा महंगा, 16 लोग निकले कोरोना पॉजिटिव
राजधानी पटना से सटे मनेर इलाके में 36 लोग कोरोना संक्रमित पाए गए। इनमें मनेर बीडीओ चंदन कुमार का निजी चालक, एक ग्रामीण चिकित्सक और देवी स्थान की एक शव यात्रा में शामिल 16 लोग शामिल हैं। बताया जाता है कि देवी स्थान से निकली शव यात्रा में काफी संख्या में जनप्रतिनिधि शामिल हुए थे। शव यात्रा में शामिल 38 लोगों को कोरोना जांच कराई गई, जिनमें 16 लोग पॉजिटिव पाए गए हैं। हालांकि लोग आशंका जता रहे हैं कि इस संक्रमण चेन की सही से जांच कराई जाए तो काफी संख्या में लोग संक्रमित मिलेंगे। इसके बावजूद नगर पंचायत सरकार एहतिहात नहीं बरत रही है। अभी तक यहां बैरिकेडिंग व सेनेटाइजेशन की कोई व्यवस्था नहीं की गई है।
कोरोना वार्ड नहीं बनाने पर इन 5 प्राइवेट अस्पतालों को डीएम ने भेजा नोटिस
कोरोना संक्रमण को लेकर पटना में दिन-ब-दिन स्थिति खराब होती जा रही है। ऐसे में शहर के पांच प्राइवेट अस्पतालों ने कोविड-19 आइसोलेशन वार्ड नहीं बनाया। इस मामले को गंभीरता से लेते हुए डीएम कुमार रवि ने शुक्रवार को अस्पताल संचालकों को चेतावनी देते हुए कहा है कि क्यों नहीं आप लोगों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाए। डीएम ने अस्पताल प्रबंधकों को नोटिस भेजते हुए 24 घंटे के अंदर जवाब मांगा है। जिलाधिकारी ने 17 जुलाई को प्राइवेट अस्पताल के प्रबंधकों के साथ बैठक कर उन्हें आइसोलेशन वार्ड बनाने तथा बेड सुरक्षित करने का निर्देश दिया था। 23 जुलाई को प्राइवेट अस्पतालों की समीक्षा बैठक में पाया गया कि इन अस्पतालों द्वारा कोविड-19 संक्रमितों के इलाज के लिए कोई व्यवस्था नहीं की गयी है और न ही इस संबंध में अभिरुचि दिखाई है।