Patna: बिहार के कई जिलों में बादल के छाए रहने से पिछले दो दिनों में न्यूनतम पारे में कोई खास गिरावट नहीं दर्ज की गई। हालांकि मौसमविदों के मुताबिक अगले 24 से 48 घंटों में तापमान एक से दो डिग्री नीचे आ सकता है। सूबे में उत्तर पश्चिमी दिशा से आ रही ठंडी हवा का आना जारी है लेकिन बादलों के होने से रात के तापमान में इसका खास असर नहीं दिख रहा है। मौसमविदों न यह भी कहा है कि नवंबर के अंत तक कड़ाके की ठंड के आसार नहीं हैं।
मौसम विज्ञान केंद्र पटना का आकलन है कि दोबारा एक पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय हो रहा है। यह पर्वतीय इलाकों में बर्फबारी की वजह से बनता है। बर्फबारी के एक से दो दिनों बाद इसका असर मैदानी इलाकों पर पड़ता है। ऐसे में अनुमान लगाया जा रहा है कि अगले चार से पांच दिनों में इस मौसमी सिस्टम का असर बिहार के मौसम पर भी पड़ेगा। अगले चार पांच दिनों में जैसे ही यह पश्चिमी विक्षोभ बिहार से गुजर जाएगा, उसके बाद ठंडी हवा फिर से बिहार में प्रवेश करेंगी, जिसके बाद पारे में तेजी से गिरावट दर्ज की जाएगी।
कुल मिलाकर दिसंबर के आरंभ से सूबे में ठंड की विशेष बढ़ोतरी का पूर्वानुमान किया जा रहा है। उससे पहले न्यूनतम पारे में उतार-चढ़ाव चलता रहेगा। पिछले 24 घंटे में सबसे कम न्यूनतम तापमान डेहरी में 14 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। पटना का न्यूनतम पारा 16.4, भागलपुर का 18, गया का 17 जबकि पूर्णिया का न्यूनतम पारा 17.1 डिग्री सेल्सियस रहा।
पटना का अधिकतम तापमान सामान्य से चार डिग्री नीचे 24 डिग्री सेल्सियस , गया का 26.6 डिग्री सेल्सियस जबकि भागलपुर और पूर्णिया का 27.1 डिग्री सेल्सियस रहा। बिहार से उत्तर पूर्व से मध्य प्रदेश तक एक ट्रफ लाइन गुजर रही थी, जिसके कारण शुक्रवार को कई स्थानों पर बादल छाये रहे। गौरतलब है कि ठंड का विशेष असर न्यूनतम तापमान के गिरावट से होता है और बादलों के छाने की स्थिति में न्यूनतम तापमान सामान्य से ऊपर चला जाता है।