Patna: राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (NDA) के घटक दल लोक जनशक्ति पार्टी (LJP) व जनता दल यूनाइटेड (JDU) के बीच का चरम पर पहुंचे तनाव के बीच एलजेपी के पटना कार्यालय में पार्टी की राज्य कार्यकारिणी की आपात बैठक हुई। पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष चिराग पासवान (Chirag Paswan) की अध्यक्षता में शनिवार को हुई बैठक में इस मुद्दे पर चर्चा हुई। बैठक के बाद चिराग पासवान ने जेडीयू पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) का अपमान करने का आरोप लगाया। साथ ही कहा कि उन्हें विधानसभा चुनाव की नहीं, बिहार की चिंता है। वे बिहार के मुद्दे उठा कर मुख्यमंत्री तक जनता की बातें पहुंचाते रहेंगे।
बाढ़ और कोरोना संक्रमण की चिंता, जनता के मुद्दे उठाएंगे
चिराग पासवान ने शनिवार को अपने दल के पदाधिकारियों के साथ बैठक के बाद कहा कि वे विधानसभा चुनाव की चिंता नहीं कर रहे। उनकी चिंता बिहार में बाढ़ और कोरोना संक्रमण के मामले हैं। वे जनता के मुद्दे उठाते रहे हैं।
ललन सिंह ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का किया अपमान
बीते दिनों कोरोना जांच बढ़ाने के उनके ट्वीट को लेकर जेडीयू सांसद ललन सिंह द्वारा उन्हें कालिदास कहे जाने को उन्होंने अपना नहीं, बल्कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का अपमान बताया। चिराग ने कहा कि वे तो प्रधानमंत्री की बात ही रख रहे थे कि ललन सिंह भड़क गए। ललन सिंह अभिभावक हैं, इसलिए उनके बारे में कुछ नहीं बोलेंगे। चिराग ने इस मामले को लेकर नीतीश सरकार से समर्थन वापसी के कयासों पर विराम देते हुए कहा कि ऐसा कोई मामला नहीं है।
एनडीए के दिग्गज नेताओं से बात होती बिहार की बात
चिराग ने कहा कि बिहार के मसलों पर उनकी एनडीए के दिग्गज नेताओं से बात होती रहती है। वे मिलते रहते हैं। उनसे बिहार के मसले पर ही बात होती है, चुनाव को लेकर नहीं। पटना आने के पहले बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा से भी चुनाव या सीट पर कोई बात नहीं हुई थी।
कोरोना को लेकर नीतीश को फिर घेरा, कहा- जांच बढ़ाएं
बिहार में कोरोना संक्रमण की रोकथाम पर फिर नीतीश सरकार को घेरते हुए उन्होंने कहा कि वे मानते हैं कि जांच की संख्या बढ़ी है, सरकार आरटी पीसीआर जांच की संख्या भी बढ़ाए, जो अभी 10 हजार से अधिक नहीं है। चिराग ने कहा कि मुख्यमंत्री हमारे हैं तो उन्हें नहीं तो किसे लोगों की समस्याओं के बारे में बताएंगे? समस्या बताते हैं तो इसे आलोचना समझ लिया जाता है, जो उचित नहीं है।
किसी की आलोचना नहीं, जनता की कर रहे बात
इसके पहले शुक्रवार को भी पटना पहुंचने पर चिराग पासवान ने कहा था कि वे सरकार की आलोचना नहीं कर रहे, बल्कि जनता की बातों को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार तक पहुंचा रहे हैं। वे ट्वीट से किसी को निशाना नहीं बना रहे। वे तो जनता की बात कर रहे हैं।
क्या है ललन सिंह के बयान का विवाद, जानिए
विदित हो कि जेडीयू सांसद ललन सिंह ने चिराग पासवान के उस ट्वीट पर कड़ी प्रतिक्रिया दी थी, जिसमें उन्होंने प्रधानमंत्री मोदी द्वारा नीतीश कुमार समेत अन्य मुख्यमंत्रियों से कोरोना की जांच बढ़ाने की अपील की प्रशंसा की थी। ललन सिंह ने चिराग को कालीदास की उपमा देते हुए कहा था कि वे जिस डाल पर बैठे हैं, उसे ही काट रहे हैं। साथ ही यह भी आरोप लगरया था कि वे विपक्ष की भूमिका में हैं। इसके बाद एलजेपी ने भी जबरदस्त पलटवार किया था। इस घात-प्रतिघात के बीच चिराग का पटना आना और राज्य कार्यकारिणी की आपात बैठक करना कई कयासों को जन्म दे रहा था। समाचार एजेंसी पीटीआइ के अनुसार एक एलजेपी नेता ने भी कहा कि ललन सिंह ने प्रधानमंत्री का अपमान किया है, इसलिए पार्टी नीतीश सरकार से समर्थन वापस ले सकती है। हालांकि, चिराग पासवान ने इसकी संभावना को खारिज किया।