Patna:बिहार विधानसभा चुनाव 2020 के लिए वोटों की गिनती जारी है. चुनाव आयोग के मुताबिक कोरोना संकट की वजह से वोटों की गिनती देर रात तक चलेगी. शाम 7 बजे तक करीब 75 फीसदी वोटों की गिनती पूरी हो चुकी है. शाम 7 बजे तक एनडीए और महागठबंधन के बीच महामुकाबला देखा जा रहा है. अंतिम नतीजों के लिए देर रात तक इंतजार करना पड़ सकता है. तभी तय होगा कि बिहार का अगला बिग बॉस कौन बनेगा?
चुनाव आयोग के आंकड़ों के मुताबिक शाम 6 बजे तक 3 सीटों पर 200 वोटों का अंतर, 9 सीटों पर 500 वोटों का अंतर, 17 सीटों पर 1000 वोटों का अंतर, 33 सीटों पर 2000 वोटों का अंतर, 48 सीटों पर 3000 वोटों का अंतर और 68 सीटों पर 5000 वोटों का अंतर है.
चुनाव आयोग के मुताबिक शाम साढ़े 6 बजे तक 3 करोड़ से ज्यादा वोटों की गिनती हुई. अभी देर रात तक गिनती चलेगी. शाम साढ़े 6 बजे तक एनडीए की 123 सीटों पर बढ़त है. जबकि महागठबंधन 112 सीटों तक पहुंच गया है.
शाम 5 बजे तक के रुझानों के अनुसार, बिहार में एनडीए की सरकार बनती दिख रही है. एनडीए रुझानों में 126 सीटों के आसपास है और महागठबंधन 110 सीटों तक पहुंच गया है. जबकि अन्य के खाते में 10 सीटें आ रही हैं. अब कुछ सीटों पर फाइनल नतीजे आने शुरू हो हैं.
भारतीय जनता पार्टी बिहार में सीटों के हिसाब से सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभर रही है और 73 से अधिक सीटों पर आगे चल रही है. जबकि राजद दूसरे नंबर की पार्टी बनकर उभरी है, राजद अभी 70 सीटों पर बढ़त बनाए हुए है. महागठबंधन में कांग्रेस 20 सीटों पर आगे है, जबकि एनडीए में जदयू 50 सीटों के आसपास बढ़त बनाए हुए है.
देर रात तक आएंगे नतीजे: चुनाव आयोग
चुनाव आयोग के मुताबिक, इस बार बिहार विधानसभा चुनाव के नतीजे देर रात तक आएंगे. कोरोना संकट काल में कई सावधानियों के साथ वोटों की गिनती हो रही है, साथ ही काउंटिंग बूथ की संख्या भी करीब 50 फीसदी तक बढ़ी है. कई सीटें ऐसी हैं, जहां पर इस बार 19 से 51 राउंड तक वोटों की गिनती होनी है. दोपहर ढाई बजे तक करीब 1.34 करोड़ वोट गिने गए, जबकि तीन करोड़ से अधिक वोट गिने जाने बाकी हैं.
कहीं पर जश्न, कहीं हो रहा इंतजार
बिहार में रुझानों में बाजी लगातार पलट रही है, शुरू में महागठबंधन बढ़त बनाए हुए था तो वहीं अब एनडीए आगे चल रहा है. ऐसे में समर्थकों के जश्न पर भी असर पड़ रहा है. दोपहर को एनडीए समर्थकों ने ढोल बजाने शुरू किए, लेकिन चुनाव आयोग ने जब कहा कि अंतिम नतीजे रात तक आएंगे. तो दोनों गठबंधन की ओर से अब सावधानी बरती जा रही है.
बिहार के दिल में का बा?
कोरोना काल में यह देश का पहला चुनाव है. हिंदी पट्टी के लिए आम चुनावों और उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव के बाद बिहार तीसरा सबसे अहम चुनाव माना जाता है. इसीलिए हिम्मत और दुस्साहस के बीच बड़ी संख्या में लोग निकले, रैलियां हुईं और वोट पड़े. अब समय मतगणना का है. यह देखने का है कि बिहार के दिल में का बा.
बिहार में महागठबंधन बनाम एनडीए की कांटेदार जंग देखने को मिली. आज का जनादेश बिहार में पिछले 15 साल की नीतीश कुमार सरकार पर लोगों का फैसला तो होगा ही, बिहार की राजनीति के लिए भी एक खास संदेश लेकर आएगा क्योंकि बिहार में राजनीति के एक ढलती पीढ़ी को नई पीढ़ी ने सीधी चुनौती दी है और जनता को नए-पुराने के बीच अपना आगे का भविष्य चुनना है.
नीतीश कुमार को 31 साल के युवा तेजस्वी यादव सीधी टक्कर दे रहे हैं. तमाम एक्जिट पोल के रुझान बदलाव के संकेत दे रहे हैं. राज्य की कुल 243 विधानसभा सीटों पर इस बार तीन चरणों में हुए मतदान की मंगलवार को हो रही गिनती इस बदलाव के संकेतों का अंतिम सच सामने लाने वाली है.
243 सीटों पर तीन चरणों में हुआ मतदान
हिन्दी पट्टी के राज्यों में अहम प्रदेश माने जाने वाले बिहार में इस बार तीन चरणों में मतदान हुआ. कुल 243 सीटों पर 28 अक्टूबर, 3 नवंबर और 7 नवंबर को वोट डाले गए. पहले चरण में कुल 71 सीटों पर 53.54 फीसदी, दूसरे चरण में 94 सीटों पर 54.05 फीसदी और तीसरे चरण में 78 सीटों पर 59.94 फीसदी मतदान हुआ.
कोरोना के चलते ऐसा लग रहा था कि शायद मतदान में लोग कम हिस्सा लें और प्रचार का रंग फीका रहने से शायद चुनाव की तपिश महसूस न हो. लेकिन प्रधानमंत्री मोदी की रैलियों से लेकर तेजस्वी की तूफानी सभाओं तक बिहार लिट्टी की आंच की तरह एक चुनावी गर्मी के दिखा.
लोगों ने सक्रियता से मतदान में हिस्सा लिया और कोरोना एक बड़ी वैश्विक चुनौती होकर भी मतदान में बाधा नहीं बन सका. मतदान के लिए कोरोना को ध्यान में रखते हुए खास इंतज़ाम भी किए गए जिसके कारण लोग मतदान के लिए थोड़ा सहज ही रहे.
NDA बनाम महागठबंधन
बिहार में इस बार एनडीए ने नीतीश कुमार की अगुवाई में चुनाव लड़ा. एनडीए में बीजेपी और जदयू के अलावा हम पार्टी और VIP शामिल रही. महागठबंधन में राजद सबसे बड़ी पार्टी रही और कांग्रेस दूसरे नंबर की पार्टी बनी. इसके अलावा महागठबंधन में लेफ्ट पार्टियां शामिल रहीं. एनडीए में जदयू ने 115 सीट, बीजेपी ने 110 सीट, वीआईपी ने 11 और HAM पार्टी ने 7 सीटों पर चुनाव लड़ा था. महागठबंधन में राजद ने 144 सीटों पर चुनाव लड़ा था. RJD के अलावा कांग्रेस 70, CPI (ML) 19, CPI 6 और CPI (M) 4 सीटों पर चुनावी मैदान में थीं.
एग्जिट पोल में तेजस्वी का जादू
अगर एग्जिट पोल को देखें, तो इस बार बिहार में तेजस्वी यादव का जलवा दिख सकता है. इंडिया टुडे-एक्सिस-माय-इंडिया के एग्जिट पोल के मुताबिक, बिहार में महागठबंधन को 139 से 161 तक सीटें मिल सकती हैं. जबकि एनडीए 100 से भी कम सीटों पर सिमट सकता है. एग्जिट पोल के अनुसार, इस बार एनडीए सिर्फ 69 से 91 सीटों के बीच में सिमट सकती है.
सिर्फ इंडिया टुडे-एक्सिस माय इंडिया ही नहीं बल्कि अन्य एग्जिट पोल में भी महागठबंधन की सरकार बनती दिख रही है. सी-वोटर के सर्वे के अनुसार, महागठबंधन को 120 और एनडीए को 116 सीटें मिल सकती हैं. जबकि टुडेज चाणक्य के एग्जिट पोल ने महागठबंधन को 180 और एनडीए को 55 सीटें दी हैं.