Patna:बिहार विधानसभा चुनाव ( Bihar Assembly Election) की तारीखों का जल्द ही ऐलान होने वाला है. ऐसे में जब से वामदलों के महागठबंधन (Grand Alliance) के साथ चुनाव मैदान में आने की बात हुई तब से ही एक चर्चा थी कि क्या जेएनयू छात्र संघ के पूर्व अध्यक्ष और सीपीआई नेता कन्हैया कुमार (Kanhaiya Kumar) आगामी बिहार विधानसभा चुनाव लड़ेंगे? अब कन्हैया ने स्वयं सामने आकर ऐसी किसी भी संभावना से इनकार कर दिया है. उन्होंने स्पष्ट किया कि वह चुनाव नहीं लड़ेंगे, लेकिन पार्टी जो जिम्मेदारी तय करेगी उसका निर्वाह जरूर करेंगे. कन्हैया ने यह बात एक निजी टेलिविजन से बातचीत के दौरान कही है.
महागठबंधन में सीटों के ऐलान में देरी पर कन्हैया ने कहा कि ऐसा हर चुनाव में होता है, समय पर सब कुछ साफ हो जाएगा. वहीं, तेजस्वी यादव के मुख्यमंत्री उम्मीदवार के सवाल पर कन्हैया ने कहा कि स्वाभाविक है कि जो सबसे बड़ा दल होगा उसी का मुख्यमंत्री बनेगा. लेकिन, हमलोग न्यूनतम साझा कार्यक्रम पर बात करते हैं, किसी चेहरे पर नहीं.
क्या बिहार में सरकार बदलेगी? इस सवाल पर कन्हैया कहते हैं कि दूर से बैठ कर परिणाम का अंदाजा नहीं लगाया सकता. काफी वक्त से दिल्ली में रह रहे कन्हैया ने कहा कि जल्द ही वह पार्टी के वरिष्ठ नेताओं के आदेश से बिहार लौटेंगे और विधानसभा चुनाव में अपनी भूमिका निभाएंगे.
बता दें कि पिछले बिहार विधानसभा चुनाव में 6 वामपंथी दलों ने गठबंधन में चुनाव लड़ा था. सीपीआई और सीपीएम अपना खाता नहीं खोल पाई थी, जबकि सीपीआई एम-एल को तीन सीटें मिली थी. इस बार महागठबंधन में तीन प्रमुख वामपंथी दल- सीपीआई, सीपीआई (एम) और सीपीआई (एमएल) महागठबंधन के साथ चुनाव मैदान में जाएगी.
सूत्रों से ये खबर भी है कि महागठबंधन में वामपंथी दलों को करीब 20 से 25 सीटें मिल सकती हैं. गौरतलब है कि महागठबंधन में फिलहाल आरएलएसपी और वीआईपी जैसी छोटी पार्टियां भी शामिल हैं. गठबंधन में सीटों पर बात अब तक नहीं बन पाई है. वहीं वाम दलों के महागठबंधन में शामिल होने की स्थिति में सीट शेयरिंग का मसला और भी उलझ गया है.