Patna:राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद बिहार में होने वाले विधानसभा चुनाव को झारखंड की राजधानी रांची से कमांड कर रहे हैं. पार्टी का अघोषित मुख्यालय बने रिम्स निदेशक आवास में सोमवार को भी नेता-कार्यकर्ताओं की भीड़ डटी रही. छोटे नेताओं से लेकर बॉलीवुड के अभिनेता अली खान भी बिहार के शेरघाटी विधानसभा से टिकट के लिए सोमवार को रिम्स निदेशक के बंगले के बाहर पहुंचे.
पूछने पर कहा कि लालू प्रसाद का हाल जानने आया हूं. शाम में उनसे मुलाकात होनी है. चुनाव लड़ने की इच्छा है कि क्या, इस सवाल पर कहा कि लालू प्रसाद का आशीर्वाद रहा तो जरूर लड़ूंगा. बताया कि उनके विधानसभा के लोग भी उन्हें विधायक के रूप में देखना चाहते हैं. लालू प्रसाद से मिलने के लिए बायोडाटा देने के सवाल का जवाब देते हुए कहा कि फिलहाल बायोडाटा तो नहीं है, लेकिन सुप्रीमो का आशीर्वाद होगा तो वह भी जमा हो जाएगा.
उन्होंने निदेशक आवास के बाहर तीन घंटे से अधिक इंतजार किया. इसके बाद देर शाम उनकी मुलाकात लालू प्रसाद से हुई. इसके अलावा सोमवार को निदेशक आवास के सामने न सिर्फ बिहार की दर्जनों गाडिय़ां खड़ी दिखीं, बल्कि ओडिशा, राजस्थान और महाराष्ट्र की गाडिय़ों की कतार देखने को मिली. मखदुमपुर विधानसभा से प्रभावती देवी, बिहार राजद के प्रदेश महासचिव समेत चार दर्जन से अधिक लोग बायोडाटा लेकर पहुंचे थे.
डीएसपी ने किया निरीक्षण, सोमवार को भी दो लोग मिले
सदर डीएसपी ने निदेशक आवास का निरीक्षण किया और सुरक्षा में तैनात पुलिसकर्मियों को उचित दिशा-निर्देश भी दिए. इधर, रिम्स के सूत्र ने बताया कि सोमवार को भी देर शाम दो लोगों ने लालू प्रसाद से मुलाकात की. पांच दिन पूर्व उनके बड़े बेटे उनसे मिलने पहुंचे थे, उन्हें कोविड जांच कराने के बाद मिलने की अनुमति दी गई थी. लेकिन लालू प्रसाद हर दिन अलग-अलग लोगों से मुलाकात कर रहे हैं. इससे संक्रमण का भी खतरा है.
सुरक्षा घेरा का जायजा लेने पहुंचे जेल अधीक्षक, अफसरों को चेताया
रिम्स में इलाजरत चारा घोटाला के सजायाफ्ता बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री सह राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव के दरबार सजने की खबर छपने के बाद बिरसा मुंडा केंद्रीय कारा होटवार के अधीक्षक हामिद अख्तर सोमवार को रिम्स पहुंचे. रिम्स के केली बंगला में घूम-घूम कर वहां की सुरक्षा व्यवस्था का उन्होंने जायजा लिया. लालू की सुरक्षा में तैनात पुलिस पदाधिकारियों-कर्मियों को उन्होंने चेतावनी दी कि अगर लालू प्रसाद यादव से कोई भी व्यक्ति मिला तो सुरक्षा में तैनात पदाधिकारी-जवान निलंबित होंगे.
उनके खिलाफ विभागीय कार्रवाई भी होगी. रांची के उपायुक्त छवि रंजन के आदेश पर जेल अधीक्षक रिम्स पहुंचे थे. सुरक्षा व्यवस्था का जायजा लेने के दौरान यह जानकारी मिली कि केली बंगला के गेट पर भी भारी संख्या में लोगों-नेताओं का जुटान होता है. इसपर जेल अधीक्षक ने उपायुक्त से आग्रह किया कि वे बरियातू पुलिस को यह निर्देश दें कि लालू प्रसाद यादव के बंगले के पास भीड़ न लगे.
अधिकारियों-जवानों को जेल अधीक्षक ने दो टूक कहा कि लालू प्रसाद यादव आम कैदियों की तरह सजायाफ्ता हैं. कोरोना संक्रमण काल में जैसे आम कैदी से कोई नहीं मिल सकता, उसी तरह लालू प्रसाद यादव से भी कोई नहीं मिल सकता है. विशेष परिस्थिति में बहुत जरूरी होने पर जेल अधीक्षक की अनुमति मिलने के बाद ही किसी की मुलाकात संभव है.
सुरक्षा में ये हैं तैनात
एक डीएसपी, एक इंस्पेक्टर, तीन एएसआइ, केली बंगला के आगे और तीन संतरी पीछे की गेट पर तैनात हैं. इसके अलावा बंगला के भीतर दो टेंट में 20-20 जवान यानी कुल 40 जवान अलग से तैनात हैं.
दैनिक जागरण की खबर की कटिंग संलग्न कर जांच कराने व दोषियों पर कार्रवाई को लिखा पत्र
राजद का हेडक्वार्टर बना रिम्स, लालू के पास जमा हो रहे बायोडाटा शीर्षक की खबर को कारा महानिरीक्षक वीरेंद्र भूषण ने गंभीरता से लिया है. उन्होंने दैनिक जागरण की खबर की कटिंग संलग्न करते हुए रांची के उपायुक्त छवि रंजन व एसएसपी सुरेंद्र कुमार झा से पत्राचार किया है. लिखा है कि अगर ऐसा हुआ है तो यह गंभीर मसला है, इसकी जांच कराई जाए और जो दोषी हैं, उनपर कानून सम्मत कार्रवाई हो. उन्होंने एक दंडाधिकारी व कुछ अतिरिक्त सुरक्षा बलों को तैनात करने के लिए भी कहा है.